इजराइल की सेना ने 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों द्वारा की गई हिंसा का बदला ले लिया है। बीते 9 महीनों से इजराइल इसके लिए बदले की आग में झुलस रहा था। आज बुधवार 31 जुलाई की सुबह इजराइली सेना ने इस्माइल हानिया के उस घर को ही उठा दिया, जहां वह ठहरा हुआ था। इजराइली ने यह कार्रवाई गाजा, फिलिस्तीन में नहीं बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान में की है। हमास के प्रवक्ता ने स्वयं बयान जारी कर अपने आका की मौत होने की पुष्टि की है।
बता दें कि हमास चीफ इस्माइल हानिया मंगलवार 30 जुलाई को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचा था। इजराइल की लगातार उस पर नजर बनी हुई थी। हानिया ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की। मुलाकात के बाद हानिया तेहरान के एक घर में ही रुका हुआ था, आज बुधवार की सुबह इजराइल ने उस घर को ही उड़ा दिया, जहां वह ठहरा हुआ था।
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ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि हमला हानिया के ठिकाने को निशाना बनाकर किया गया था। इस घटना में हमास चीफ इस्माइल हानिया के साथ उसका बॉडीगार्ड भी मारा गया। इस्माइल हानिया वर्तमान में कतर की राजधानी दोहा में रहता था। क्योंकि मिस्र ने उसके गाजा आने जाने पर रोक लगा दी थी। इसलिए वह गाजा से हमास के सभी कामकाज को संभालता था।