वाराणसी: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने शुक्रवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन (फास्ट ट्रैक) की अदालत में ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है। जिसके बाद अदालत ने सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एएसआई को 25 जनवरी तक का समय दिया है।
बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी परिसर का एएसआई ने सर्वेक्षण हुआ था। प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग भगवान विश्वेश्वर के मुकदमे में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए एएसआई को ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट दाखिल करनी है।
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इस मुकदमे में रिपोर्ट दाखिल करने के लिए जिला जज की अदालत ने भी एएसआई को आदेश दिया है। मुकदमे के वादी विजय शंकर रस्तोगी ने कहा है कि ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो जाएगा कि उस स्थान पर मंदिर था या नहीं। साथ ही मंदिर का अस्तित्व कब से है इसकी भी पुष्टि हो जाएगी।
वहीं, प्रतिवादी मुस्लिम पक्ष धार्मिक स्थानों को लेकर आजादी के समय जो स्थिति थी, वही स्थिति बरकरार रहने देने का कानून लागू होने की बात कह रहा है। हाईकोर्ट ने इस मामले में छह माह में निर्णय देने का आदेश दिया है।
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