लखनऊ- उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 की सूची में शामिल अभ्यर्थियों ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से लखनऊ में उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। मुलाक़ात के दौरान अमरेंद्र पटेल ने प्रदेश अध्यक्ष को बताया कि 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में घोर अनियमितता बरती गई। इसकी वजह से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नौकरी से वंचित कर दिया गया।
इस संबंध में कई बार आंदोलन के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और विसंगति दूर करते हुए पीड़ित दलित-पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने के आदेश अधिकारियों को दिए थे, जिसके आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विसंगति को सुधारने के उपरांत 6800 दलित-पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने का वादा करते हुए एक सूची जारी की लेकिन अभी तक हमें न्याय नहीं मिल सका है। हमारी मांग है की सरकार इस मामले का त्वरित समाधान निकाले और सभी 6800 चयनित पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का अधिकार देते हुए उनकी नियुक्ति करे।
अमरेंद्र पटेल ने प्रदेश अध्यक्ष को मामले से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री से मिलवाने का निवेदन किया। प्रदेश अध्यक्ष ने पूरी बात सुनने के बाद कहा कि यह मामला पूर्व में भी हमारे पास आ चुका है और हम स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर मामले का जल्द निस्तारण किए जाने के लिए बात करेंगे।
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उल्लेखनीय है कि 69000 शिक्षक भर्ती में उच्च न्यायालय से रोक लगने के बाद शिक्षा मित्र बेरोज़गार हो गए थे, बाद में सरकार ने पात्रता को और भी कठिन बनाते हुए उसमें टी.ई.टी. की अनिवार्यता जोड़ दी थी, इसके अलावा कटऑफ मेरिट भी बना दी थी, जिससे पूर्व के कई शिक्षा मित्र पात्रता सूची से बाहर हो गए थे और उन्हें नौकरी से बाहर कर दिया गया था। जिसके बाद कई आंदोलन हुए लेकिन सरकार ने इन बेरोजगार हुए शिक्षामित्रों के लिए कुछ ठोस निर्णय नहीं लिया।
Teacher recruitment candidates met Bhupendra Chaudhary