J&K Attack Hindus: जम्मू और कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में मौजूद टूरिस्टों पर गोलियां बरसाने वाले आतंकियों के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इस ऑपरेशन में भारतीय सेना की विक्टर फोर्स, स्पेशल फोर्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और सीआरपीएफ शामिल है. इस अभियान में सबसे आगे भारतीय सेना की विक्टर फोर्स है, क्योंकि इसे घाटी में आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए जाना जाता है. इस आतंकी हमले में 27 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. वहीं, 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं.
हमले का एक वीडियो सामने आया
इस हमले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक टूरिस्ट अपना वीडियो बना रहा था, उसी वक्त आतंकियों ने हमला कर दिया. 5 से 6 आतंकियों ने पर्यटकों को गोली मारने से पहले उनका नाम, उनकी पहचान, धर्म पूछा और जिसने भी अपना हिंदू नाम बताया, उसे गोली मार दी. पीड़ित चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने लोगों को धमकी दी कि जो अजान नहीं करेगा, उसे गोली मार दी जाएगी. इस वीडियो में जिन महिलाओं के पतियों पर आतंकवादी हमला हुआ है, वो रोती और बिलखती हुई दिख रही है.
आतंकियों ने सेना की नकली वर्दी पहन रखी थी
हमले के वक्त आतंकियों ने सेना की नकली वर्दी पहनी हुई थीं, इसलिए शुरुआत में किसी को उनपर शक नहीं हुआ, लेकिन थोड़ी देर बाद ही जब उन्होंने हिंदू पर्यटकों की पहचान पूछकर उनपर फायरिंग शुरू कर दी तो भगदड़ गई. आतंकियों ने जानबूझकर ऐसे हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जो अपनी पत्नी या परिवार के साथ आए थे, इस आतंकी हमले की तस्वीरें और वीडियो बहुत भयानक हैं.
साल 2000 के बाद से J&K में हुए कई बड़े आतंकी हमले
21 मार्च, 2000
21 मार्च सन् 2000 की रात को अनंतनाग जिले के छत्तीसिंहपोरा गांव में आतंकवादियों ने अल्पसंख्यक सिख समुदाय को निशाना बनाया था. इस हमले में 36 लोग मारे गए थे.
अगस्त 2000
पहलगाम के नुनवान बेस कैंप हुए आतंकी हमले में दो दर्जन अमरनाथ तीर्थ यात्रियों सहित 32 लोग मारे गए थे.
जुलाई 2001
अमरनाथ यात्रियों को फिर से निशाना बनाया गया. इस बार अनंतनाग के शेषनाग बेस कैंप पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 13 लोग मारे गए
1 अक्टूबर, 2001
श्रीनगर में जम्मू और कश्मीर राज्य विधानमंडल परिसर पर आत्मघाती (फिदायीन) आतंकवादी हमला हुआ. इस हमले में 36 लोग मारे गए थे.
23 नवंबर, 2002
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर दक्षिण कश्मीर के लोअर मुंडा में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस विस्फोट में 9 सुरक्षाकर्मियों, 3 महिलाओं और 2 बच्चों सहित 19 लोगों की जान चली गई.
23 मार्च, 2003
आतंकवादियों ने पुलवामा जिले के नंदीमार्ग गांव में 11 महिलाओं और 2 बच्चों सहित कम से कम 24 कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी.
13 जून, 2005
पुलवामा में एक सरकारी स्कूल के सामने भीड़भाड़ वाले बाजार में विस्फोटकों से लदी एक कार में विस्फोट होने से 2 स्कूली बच्चों और 3 सीआरपीएफ अधिकारियों सहित 13 लोग मारे गए, इस हमले में 100 से अधिक लोग घायल हुए थे.
12 जून, 2006
कश्मीर के कुलगाम में 9 नेपाली और बिहारी मजदूर आतंकी हमले में मारे गए थे. उन पर आतंकियों ने टारगेट कीलिंग किया था.
10 जुलाई, 2017
कश्मीर के कुलगाम में अमरनाथ यात्रा बस पर आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 8 लोगों की मौत हो गई थी.
22 अप्रैल, 2025
पहलगाम के बैसारन घाटी में मौजूद टूरिस्टों पर आतंकी हमले में 26 से अधिक लोगों की मौत की आशंका.