कोलकाता: संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट की। मुलाकात करने वाली टीम में 6 पुरुष और 5 महिलाएं शामिल थीं। संदेशखाली के पीड़ितों ने राष्ट्रपति इस बात की जानकारी दी कि उन्होंने पुलिस से शाहजहां शेख के कारनामों के बारे में कई बार शिकायत की। लेकिन, उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं। साथ ही महिलाओं ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंप कर मामले में दखल देने को कहा।
सेंटर ऑफ SC/ST सपोर्ट ऐंड रिसर्च के निदेशक डॉ पार्थ बिस्वास ने बताया कि पीड़ितों ने राष्ट्रपति से कहा कि मुख्य आरोपी शाहजहां शेख के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करने में बहुत देर की। जिसकी वजह से उन्हें न्याय नहीं मिल पाया। ज्ञापन सौंपते हुए पीड़िताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मांग की कि आप दलितों और आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए दखल दें।
पीड़ितों ने ज्ञापन देते हुए राष्ट्रपति से कहा है कि आप संदेशखाली के मामले में आज दखल दें, ताकि जिन कमजोर वर्ग के लोगों के साथ ज्यादती हुई है. उन्हें न्याय मिल सके। ज्ञापन में कहा गया है कि सभी पीड़ित दलित व आदिवासी समुदाय से आते हैं। इन सभी लोगों के साथ अन्याय हुआ है, इसलिए राष्ट्रपति का हस्ताक्षेप आवश्यक है। पीड़ितों ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से गुहार लगाई कि आप देश में न्याय और समानता की रक्षक हैं। हम मानते हैं कि आपके हस्ताक्षेप से इस मामले में हमारे साथ न्याय हो सकता है। आप देश के पीड़ित और कमजोर वर्ग के लिए न्याय की उम्मीद की तरह हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए भरोसा दिया है।