मथुरा जिले के बरसाना में स्थित एक होटल का वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में एक किशोर टॉयलेट में गंदे पानी से भोजल थालों को धोते हुए दिख रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद, जानकारी सामने आई है कि यह होटल भूरा खां नाम के मुस्लिम व्यक्ति का है. जिसे वह ‘वीके बृजवासी होटल’ के नाम से संचालित कर रहा था. हैरानी की बात यह है कि मथुरा सहित पूरे ब्रज क्षेत्र में सनातन धर्म को मानने वाले लोग भगवान कृष्ण व राधा रानी के दर्शन करने आते हैं, भगवान के दर्शन करने के बाद, वह ब्रज में जो कुछ भी ग्रहण करते हैं, उसे प्रसाद समझा जाता है. लेकिन भूरा खां पहले हिंदू श्रद्धालुओं को ‘वीके बृजवासी होटल’ के नाम पर गुमराह करता था, फिर वह उन्हें शौचालय के पानी से धुली थालों में भोजन परोसता था. जो उनकी आस्था और पवित्रता के साथ एक बड़ा खिलावाड़ है.
करें कोई, भरें कोई…
मथुरा के बरसाना में, टॉयलेट के पास बैठ युवक होटल के बर्तन धो रहा है. होटल मालिक, नाम भूरा खान जो बृजवासी नाम से होटल चला रहा है. लोग तो यही समझेंगे भूरा खान (मुस्लिम) टॉयलेट के पास धुले बर्तन में खाना खिला रहा है. सही है करते कुछ लोग,खामियाजा भुगतना सबको… pic.twitter.com/YmZD6D8ajr— Tushar Rai (@tusharcrai) June 1, 2025
हालांकि, यह कोई पहला मामला नहीं है, जब सनातन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थलों पर मुस्लिम होटल संचालकों ने हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर अपने होटल का नाम रखा हो. मुस्लिम होटल व्यवसायी हिंदू श्रद्धालुओं को गुमराह कर उनकी आस्था और पवित्रता के साथ खिलवाड़ करते रहे हैं.
दूसरी घटना 29 अगस्त 2021 की है, मथुरा में तकिया मोहल्ला निवासी इरफान कई सालों से ‘श्रीनाथ डोसा भंडार’ नाम से डोसा की दुकान चला रहा था. श्रीनाथ नाम पढ़कर उसके पास बड़ी संख्या में हिंदू समाज के ग्राहक आते थे. उसमें से बड़ी संख्या में वह लोग भी शामिल थे, जो ब्रज की यात्रा पर पहुंचते थे. लोगों को जब इरफान के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने ‘श्रीनाथ डोसा भंडार’लिखा बैनर फाड़ डाला. साथ कहा कि उन्हें इस बात पर ऐतराज है कि एक मुस्लिम दुकानदार इरफान हिंदू देवी-देवताओं के नाम से अपनी दुकान क्यों चला रहा है. अगर उसे दुकान चलानी है, तो अल्लाह या मोहम्मद साहब लिखे.
तीसरी घटना 28 अगस्त 2023 में घटी अयोध्या की है. यहां एक मुस्लिम दुकानदार ने सावन के पवित्र माह में हिंदू ग्राहकों को हड्डी वाली पेटीज दे दी. यह घटना अयोध्या के गुलाबबाडी मैदान स्थित स्टार बेकर्स दुकान की है. अयोध्या निवासी अर्पित और अभिनव तिवारी ने यहां से खाने के लिए पेटीज ली थी, पेटीज खाने के दौरान उन्हें कुछ चुभा, निगला तो देखा की पेटीज के साथ उनके मुंह से हड्डी का टुकड़ा भी निकला. उन्होंने इस बात की शिकायत की तो दुकानदार ने अभद्रता की और मारपीट पर उतारू हो गया.
मामला पुलिस के संज्ञान में आया, तो स्टार बेकर्स के मालिक के खिलाफ केस दर्जकर दुकान को सील कर दिया गया. इस घटना पर हिंदूवादी नेता संतोष दुबे ने बताया कि अयोध्या में ऐसी 2 दर्जन दुकाने हैं, जिनका नाम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर रखा गया है, लेकिन उनके मालिक मुस्लिम हैं.
चौथी घटना 9 मई 2023 को घटी हरिद्वार के हर की पौड़ी की है. यहां मोहम्मद चुन्नू अपनी मजहबी पहचान छिपाकर हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए भोजनालय चला रहा था. हालांकि इसकी भनक हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को लगी. उन्होंने मोहम्मद चुन्नू को पकड़कर पुलिस को सौंपा. हर की पौड़ी का कामकाज देखने वाली संस्था के पदाधिकारी ने बताया कि नगर निगम के नियमों के अनुसार यहां कोई गैर हिंदू व्यक्ति नहीं प्रवेश कर सकता. लेकिन फिर भी मोहम्मद चुन्नू यहां अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर भोजनालय चला रहा था. जांच में यह सामने आया है कि मोहम्मद चुन्नू पुत्र मोहम्मद मुनीर मऊ जिले का रहने वाला है.
5वीं घटना मुज़फ़्फ़रनगर के राष्ट्रीय राजमार्ग-58 की है. यहां आदिल ‘ओम शिव वैष्णो ढ़ाबा’ नाम से ढाबा चला रहा था, हालांकि जब प्रशासन ने कावड़ यात्रा के चलते ढ़ाबा मालिकों का नाम लिखने पर सख्ती की, तब ढ़ाबा का नाम ‘ओम शिव वैष्णो ढ़ाबा’ से बदलकर ‘वेलकम टू पिकनिक पॉइंट टूरिस्ट ढाबा’ कर दिया गया. ढाबा मालिक आदिल का कहा है कि पहले इस ढाबे को कंवरपाल, ओम शिव वैष्णो ढाबा के नाम से चला रहे थे, लेकिन फिर हमने खरीद लिया. हैरानी की बात यह है कि आदिल ने ढ़ाबा खरीहा फिर भी उनका नाम आखिर क्यों नहीं बदला?
छठी घटना 8 जुलाई 2024 की है. सहारनपुर-अंबाला हाईवे पर मोहम्मद अनस सिद्दीकी नाम का एक व्यक्ति मां वैष्णो के नाम पर ढाबे का संचालन करता था. उसके अपने ढाबे का नाम जनता वैष्णो ढाबा रखा था. अनस सिद्दीकी ने खुद स्वीकार किया है कि वह पिछले 15 सालों से अपने परिवार के लोगों के साथ इस ढाबे को चला रहा है.
अनस कांवड़ यात्रा के दौरान पूरी तरह एक्टिव हो जाता है. वह अपने साथियों के साथ कांवड़ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए भोजन बनाता है. ढाबा का नाम मां वैष्णो के नाम पर होने के चलते कावड़िया भी समझते हैं कि उन्हें साफ और स्वच्छ भोजन मिलेगा. क्योंकि सावन माह को पवित्र माह माना जाता है. इस माह में सनातन धर्म के लोग सात्विक भोजन करते हैं. साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि वह जिस के हाथों से बना भोजन कर रहे हों, वह स्वयं पवित्रता का ध्यान रखे. स्नान करने बाद भोजन बनाए और मांसाहार का सेवन न करे.
सातवीं घटना 16 अप्रैल 2023 में घटी हर की पैड़ी की है. यहां सीसीआर टावर के पास अपनी मजहबी पहचान छिपाकर दुकान चला रहे 3 मुस्लिम युवकों को श्रीगंगा सभा के पदाधिकारियों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. जब इन युवाओं से नाम पूछा गया तो सभी ने अपनी पहचान हिंदू के तौर पर बताई. लेकिन जब तीनों के आधार कार्ड की जांच की गई तो एक युवक का नाम अजमल, दूसरे का आसिफ और तीसरे का नाम कल्लन अहमद निकला. यह तीनों दुकान की आंड़ में हर की पैड़ी पर विधर्मी कार्य भी कर रहे थे.