हमास-इज़राइल युद्ध के बीच फिलिस्तीन में जान गँवाने वालों की आड़ में आतंकी संगठन हमास के लिए हमदर्दी रखने वाले मौलाना तौकीर रजा खान को नजरबंद कर दिया गया है। आज जुम्मे के दिन मौलाना ने मस्जिद में हमास के लिए हमदर्दी दिखाने का ऐलान आम फिलिस्तीनयों के नाम पर किया था। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा पहले ये आयोजन इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान करना चाहते थे। पर प्रशासन ने इसकी मंजूरी नहीं दी। इसके बाद मौलाना ने नौ महला मस्जिद में सामूहिक दुआ करने का एलान किया है। इस ऐलान को देखते हुए मस्जिद के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने आस पास के रास्तों पर नाकाबंदी की है। मौलाना तौकीर रजा खां और उनके साथियों के घरों के बाहर भी पुलिस का बड़ा पहरा है।
बता दें इससे पहले मौलाना तौकीर रजा खान ने हमास को आतंकी संगठन मानने से इनकार किया था। यही नहीं मौलाना ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गद्दार भी कहा था। अपनी कट्टरपंथ की विचारधारा बरेली के मुसलमानों में घोलने के लिए मौलाना ने आज मस्जिद में फिलिस्तीन में मारे जाने वाले लोगों के लिए दुआ का ऐलान किया था। लेकिन मौलाना की पिछली हरकतों से ये साफ था की वो इस दौरान मस्जिद में नमजी मुसलमानों से आतंकी हमास के लिए हमदर्दी पेश करेगा।
मस्जिद और IMC सदस्यों के घरों के बाहर पुलिस तैनात
आज जुमे को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) की तरफ से बरेली के नौ महला मस्जिद में दोपहर 2:30 बजे जुम्मे की नमाज के बाद सामूहिक दुआ होना है। फिलहाल दोपहर से पहले IMC प्रमुख मौलाना तौकीर राजा खान सहित उसके संगठन के वरिष्ठ सहयोगियों के निवास पर पुलिस का पहरा लग गया है। IMC सदस्य डॉक्टर नफीस खान, मुनीर इदरीसी, नदीम खान आदि के घरों के बाहर प्रशासन ने पुलिस फोर्स लगा दी है। हालांकि किसी के आने जाने पर अभी तक कोई रोक नहीं लगाई गई है।
पत्रकार वार्ता में मौलाना ने ये कहा था
मौलाना तौकीर रजा खान ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा था कि ”बरेली पूरी दुनिया के सुन्नी मुसलमानों का केंद्र है। इस वजह से दुनिया में कही भी जुल्म हो रहा हो तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम उसके खिलाफ आवाज उठाएं। लोगों की मदद करें। अगर कुछ नहीं कर सकते तो उन के हक में दुआ करें।” उन्होंने कहा कि इस्राइल की ओर से फलस्तीन में लगातार हमले किए जा रहे हैं। हमने 17 नवंबर को इस्लामिया मैदान में पीड़ितों के हक में दुआ रखी थी, मगर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। हम अमन पसंद लोग प्रशासन से कोई टकराव नहीं चाहते हैं। इसलिए अब नौ महला मस्जिद में दोपहर 2:30 बजे दुआ की जाएगी। सरकार से मांग की है कि इस्राइल से संबंध समाप्त करें।”
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