लखनऊ में मलिहाबाद के अटारी गांव में यूपी सरकार पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल एवं अपैरल पार्क का विकास करने जा रही है। लगभग 1100 एकड़ के क्षेत्रफल में विकसित की जा रही इस परियोजना को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से अटारी गांव को फोर-लेन रोड से जोड़ने की तैयारी है। इसके लिए कई विकल्पों पर विचार हो रहा है, ताकि कम लागत में उच्च गुणवत्तापूर्ण कार्य हो सके।
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राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मेगा टेक्सटाइल और अपैरल पार्क के विकास से करीब एक लाख युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध होने की संभावना है। योगी सरकार को इस पार्क में दस हजार करोड़ से अधिक के निवेश की उम्मीद है। इस पार्क को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा योग्य बनाने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से भी लैस किए जाने की योजना है।
प्रवक्ता ने बताया कि योगी सरकार टेक्सटाइल और अपैरल पार्क के जरिए एक ही छत के नीचे व्यापारियों को कपड़ा उद्योग से संबंधित सभी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, जिससे उद्योग की लागत कम हो सके। वहीं, निर्माताओं को निर्यात के लिए मानकों के अनुसार बुनियादी ढांचा स्थापित किया जाएगा। सीएम योगी के निर्देश पर अटारी फार्म स्थल तक फोर-लेन चौड़े मार्ग की अधिकतम उपयोगिता एवं प्रस्तावित परियोजना की कम लागत के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया गया।
सड़क निर्माण के लिए कुल 6 विकल्प हैं, उनमें विकल्प-2 के तहत आउटर रिंग रोड (रैथा अंडरपास) से निकलकर ग्रीन फील्ड होते हुए अटारी फार्म तक जाता है, जिसकी कुल लंबाई 14 किमी है एवं लागत 415.00 करोड़ आंकलित है। विकल्प-2 की तरह विकल्प-6 के तहत कुल लागत 454 करोड़ रुपये है। एक अन्य विकल्प-5 के तहत दुबग्गा-आईआईएम रिंग रोड से पूर्व निर्मित दुबग्गा माल रोड, ग्रीन फील्ड होते हुए अटारी फार्म तक जाता है, इसकी कुल लंबाई 24 किमी है एवं इसे फोर-लेन किए जाने के लिए कुल लागत 1415.25 करोड़ आंकलित है।
प्रवक्ता ने बताया कि टेक्सटाइल और अपैरल पार्क की कनेक्टिविटी को ध्यान में रखकर राजधानी के अटारी गांव को चुना गया है। यहां से 20 किमी की दूरी पर एनएच-20 और एसएच-20 है, जो फोर लेन है और लखनऊ को सीतापुर और हरदोई से जोड़ता है। वहीं 20 किमी की दूरी पर सिक्स लेन आउटर रिंग रोड है। इसके साथ ही रेलवे कनेक्टिविटी भी बेहतर है। यहां से मलिहाबाद रेलवे स्टेशन 16 किमी, तो लखनऊ रेलवे स्टेशन 40 किमी की दूरी पर है। पार्क से 45 किमी की दूरी पर लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट तो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 95 किमी की दूरी पर कानपुर नोड और 500 किमी पर दादरी टर्मिनल है। इतना ही नहीं इनलैंड कंटेनर डीपी 111 किमी की दूरी पर कानपुर में है।
प्रवक्ता के अनुसार पार्क को पीपीपी मोड पर अत्याधुनिक सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए जाने का प्रस्ताव है। इसके तहत 500 करोड़ रुपये से कोर इंफ्रास्ट्रक्टचर का निर्माण किया जाएगा, जबकि 300 करोड़ रुपये का प्रावधान मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के लिए किया गया है, जो पहले आओ पहले पाओ के आधार पर होगा। पार्क के निर्माण में अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए इसे तीन भागों में बांटा गया है। पहला कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर, दूसरा सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर और तीसरा प्रीमियम स्पेस है