Gorakhpur :- उत्तर
प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में व्यापक
परिवर्तन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
के नेतृत्व में हर क्षेत्र में विकास हुआ है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी नए भारत
का दर्शन हो रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में छह-सात वर्ष पूर्व मेडिकल कॉलेज के
नाम पर सिर्फ बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही था और खुद उसका ही स्वास्थ्य खराब रहता था।
आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज काफी अच्छा हुआ है,। गोरखपुर को एम्स भी मिल चुका है। बहराइच, बस्ती, देवरिया, सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं। बलरामपु, गोंडा, कुशीनगर व महाराजगंज, जिलों में मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। इस मौके पर सीएम
योगी ने 19 हेल्थ
एटीएम का लोकार्पण भी किया। सीएम ने यह बातें गोरखपुर दौरे पर कहीं।
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हेल्थ एटीएम से होगीं 62 प्रकार की
जांच
रविवार को मुख्यमंत्री योगी गोरखपुर दौरे
पर रहे। उन्होंने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 19 हेल्थ एटीएम का लोकार्पण किया और कहा कि
हेल्थ एटीएम से 62 प्रकार की जांच हो सकती है। प्राथमिक, सामुदायिक
स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों के लिए हेल्थ एटीएम उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
इसके माध्यम से जांच कराकर लोग टेली कंसल्टेशन से दिल्ली-मुंबई के चिकित्सकों की
सेवा ले सकते हैं।
टीबी रोगियों को पोषण पोटली एवं बालिकाओं
को हाइजीन किट वितरण का शुभारंभ
सीएम ने 500 टीबी रोगियों को पोषण
पोटली एवं 500 बालिकाओं को हाइजीन किट
वितरण का शुभारंभ भी किया। पांच टीबी रोगियों को पोषण पोटली और पांच
बालिकाओं को हाइजीन किट तथा दो लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड का प्रमाण पत्र
सौंपा। मुख्यमंत्री योगी कहा कि पहले कि अपेक्षा अब प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के
क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। इसे और बेहतरीन बनाया जा रहा है।
टेक्नोलॉजी इसमें बेहतरीन माध्यम बन रही है। टेक्नोलॉजी से जुड़कर स्वास्थ्य
एवं चिकित्सा क्षेत्र काफी सुदृढ़ हो रहा है।
देश-दुनिया के प्रख्यात अस्पतालों या
डॉक्टरों से जुड़कर परामर्श ले सकता है व्यक्ति
मुख्यमंत्री
ने कहा कि हेल्थ एटीएम और टेली कंसल्टेशन जैसी टेक्नोलॉजी के माध्यम से सुदूर
क्षेत्र में बैठा व्यक्ति देश-दुनिया के किसी भी प्रख्यात अस्पतालों या डॉक्टरों
से जुड़कर सकता है और
अपनी जांच रिपोर्ट भेजकर उनसे परामर्श ले सकता है।
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सरकार के प्रयास से सभी 75 जिलों में आसीईयू सेवा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से
काम आसान हो सकतै है। इसे कोरोना काल में सभी ने देखा है। कोरोना के
शुरुआती दौर में प्रदेश के 36 जिलों में आईसीयू बेड और
आवश्यक मानव संसाधन नहीं थे। उस समय टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर ही टेली कंसल्टेशन
और वर्चुअल आईसीयू की सेवा शुरू की गई थी। राजधानी लखनऊ के केजीएमयू, एसजीपीजीआई और आरएमएल
अस्पतालों को इसन में लगाया गया था। पीएचसी से लेकर जिला अस्पतालों तक समस्या का
समाधान करती रहीं। सरकार के प्रयास से सभी 75 जिलों में आसीईयू सेवा
शुरू हो गई।
सशक्त, समर्थ, खुशहाल, समाज व राष्ट्र के लिए
स्वास्थ्य आवश्यक
योगी ने कहा कि टीबी का उपचार संभव है। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश से टीबी के
उन्मूलन का लक्ष्य रखा है जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2030 तक समय सीमा तय की है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सबसे
बड़ी भूमिका सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की है। मुख्यमंत्री ने लोगों
से अपील की कि वह टीबी रोगियों का हाल-चाल लें। उन्हें सरकार द्वारा मिलने वाली पोषण
किट, प्रतिमाह प्राप्त होने
वाले 500 रुपये और अन्य सुविधाओं
के प्रति जागरूक करें। कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है और टीबी रोगियों की मदद
कर आप एक प्रकार से ईश्वरीय कार्य में सहभागी बनेंगे। उन्होंने टीबी रोगियों से
नियमित दवा लेने का आह्वान किया।
विकसित भारत के संकल्प के साथ दी नववर्ष
की बधाई
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को नववर्ष 2024 की बधाई
देने के साथ आह्वान किया कि सभी लोग स्वच्छता,
सुरक्षा और प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप देश को विकसित
बनाने में अपना योगदान देने का संकल्प लेकर नववर्ष मनाएं।