Lucknow News: उत्तर
प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने टिंबर संगठन के प्रदेश सम्मेलन को
संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि योगी
सरकार की नीति और नीयत टिम्बर उद्योग के विकास के लिए सकारात्मक रही है। पूर्व में
इस उद्योग की राह में कुछ कठिनाइयां रहीं, लेकिन वर्तमान सरकार
उनके निराकरण के लिए लगातार प्रयासरत है। कोर्ट में भी सरकार ने काष्ठ उद्योग के
पक्ष में मत रखा है। काष्ठ उद्योग उत्तर प्रदेश की तरक्की का एक बड़ा कारण है।
डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश में हुई निवेश
समिट में करीब 1000 करोड़ के
निवेश प्रस्ताव इस उद्योग की तरफ से आए थे। आज प्रदेश से निर्यात बढ़ा
है, इसमें काष्ठ उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। समय के साथ लकड़ी के सामान के विकल्प आए है पर आज
भी लकड़ी के सामान का कोई मुकाबला नहीं है। उत्तर प्रदेश बड़ी मात्रा में वन
आच्छादित रहा है। वनों के कटान ने पर्यावरण पर असर डाला है। इस असर को कम करने के
लिए ही सरकार ने वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया है।
वर्तमान सरकार ने पांच करोड़
पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है। वृक्ष जीवन के लिए अहम है और ऑक्सीजन के सिलेन्डर के
समान है। वे लोगों को बीमारियों से भी बचाते हैं।
डॉ. शर्मा ने कहा कि सरकार पर्यावरण और काष्ठ उद्योग
के बीच में सन्तुलन बनाने का कार्य कर रही है। इस उद्योग पर आए
संकट को सरकार ने काफी हद तक हल कर दिया है। आरा मशीनों को लेकर भी नए प्राविधान
किए गए हैं। लकड़ी के खिलौने आज दुनिया में धूम मचा रहे हैं। मेरठ में खेल का सामान, सहारनपुर के लकड़ी के फर्नीचर दुनिया के
कोने कोने में पहुंच रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि टिम्बर
उद्योग को बढ़ाने के लिए इससे जुड़े लोगों के प्रशिक्षण की सरकार ने व्यवस्था की
है। सरकार ने लकड़ी आधारित उद्योगों को लाइसेन्स देने के लिए पोर्टल खोलने पर
सकारात्मक विचार किये हैं। अन्य प्रदेशों से लकड़ी मंगाने की शर्तों को आसान बनाने की
आवश्यकता है, जिस पर
उद्योग के लोगों का पक्ष सरकार के सामने रखा जा सकें।
उन्होंने कहा कि परम्परागत उद्योग के क्षेत्र में
प्रारंभ से ही प्रशिक्षण देने की जरूरत है। भारत में पहले परम्परागत उद्योग के
क्षेत्र में लोग कौशल सीख जाते थे। आज भारत सरकार इसके लिए प्रशिक्षण दे रही है।
इनको प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न
प्रकार के ऋण की व्यवस्था की गई है।
पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया ने बहुत सी व्यवस्थाओं को
बदल दिया है। किसी समय में सूचना के आदान-प्रदान का माध्यम रहने वाले पत्र
की जगह अब मोबाइल ने ले ली है। अब मात्र चन्द मिनटों में हाल चाल लेने की
प्रक्रिया पूरी हो जाती है। इस नए दौर के साथ टिम्बर उद्योग को भी बढ़ावा देने की
जरूरत है। सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष मोहनीश त्रिवेदी, साकेत शर्मा, रजनीश गुप्ता, संदीप शर्मा सहित विभिन्न जनपदों से आए
प्रतिनिधि मौजूद रहे।
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