Jhansi news: उत्तर-प्रदेश के झांसी से एक बड़ा मामला सामने आया है। महानगर के एक अंग्रेजी माध्यम बालाजी पब्लिक स्कूल में छात्राओं ने हिंदी क्या बोल दी उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी। जिसे लेकर स्कूल में हंगामा मचा गया। मामले की भनक लगते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानि एबीवीपी ने एक बड़ा कदम उठाया। झांसी महानगर मंत्री सुयश शुक्ला के नेतृत्व में एबीवीपी ने थापक बाग में स्थित बालाजी पब्लिक स्कूल में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके चलते स्कूल प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए विद्यार्थी परिषद से माफी मांगी।
हिंदी भाषा बोलने पर दो छात्राओं को स्कूली प्रशासन ने किया अपमानित
आपको बता दें कि, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को इस मामले की सूचना मिली थी कि, कक्षा 9वीं की दो छात्राओं को हिंदी के दो शब्द बोलने पर उनके साथ अभद्रता की गई। आरोप है कि सुबह की प्रार्थना के समय सभी टीचर्स और बच्चों के सामने इन दोनों छात्राओं से माफी मंगवाई गई।
झांसी के महानगर मंत्री सुयश शुक्ला ने बताया कि, ये एक ऐसा मामला है जो भविष्य से जुड़ा है। इसको लेकर एबीवीपी ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल मैनेजमेंट से बच्चों को ये आश्वासन दिलवाया गया कि, भविष्य में स्कूली बच्चों द्वारा हमारी मातृ भाषा हिंदी बोलने पर उनके खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, जो आज हुई है।
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उधर,, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनेंद्र गौर का कहना है कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और इसे बोलने के लिए किसी को भी रोक-टोक नहीं है। ये भाषा सभी के लिए अनिवार्य है, फिर क्यों, स्कूली बच्चों को अपमानित किया गया। अगर भविष्य में ऐसा कोई भी विषय कहीं से भी आएगा तो एबीवीपी एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा। वहीं जिला संयोजक हर्ष जैन ने कहा कि स्कूल मैनेजमेंट को उन दोनों छात्राओं और उनके अभिवावकों से भी सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।