तेलंगाना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मुंबई में दिए गए ‘शक्ति’ वाले बयान पर पीएम मोदी ने निशाना साधा है। प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी के बयान को महिला विरोध सोच करार दिया है। उन्होंने तेलंगाना के जगतियाल में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मुंबई में INDI गठबंधन की रैली में विपक्ष ने अपना घोषणा पत्र जारी किया। उनका पहला ऐलान था कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। जबकि मेरे लिए हर मां, बेटी शक्ति का रूप है।
PM नरेंद्र मोदी ने कहा मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूं। मैं इस शक्ति स्वरूपा माताओं-बहनों की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा दूंगा। जीवन खपा दूंगा। पीएम ने लोगों से प्रश्न करते हुए पूछा कि क्या भारत की धरती पर कोई शक्ति के विनाश की बात कर सकता है? उन्होंने आगे कहा कि एक ओर शक्ति के विनाश की बात करने वाले लोग हैं, दूसरी ओर शक्ति की पूजा करने वाले लोग हैं। मुकाबला 4 जून को हो जाएगा कि कौन शक्ति का विनाश कर सकता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।
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बता दें कि विपक्षी गठबंधन की बीते रविवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में एक जनसभा हुई थी। इन जनसभा को विपक्ष के सभी बड़े नेताओं ने संबोधित किया था। इसी कड़ी में राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘हिंदू धर्म में एक शब्द है ‘शक्ति’। हम एक शक्ति के खिलाफ लड़ रहे हैं। सवाल यह है कि वह शक्ति क्या है। आत्मा राजा की आत्मा ईवीएम में है। यह सच है। राजा की आत्मा ईवीएम में है और देश की हर संस्था, ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग में है।
राहुल गांधी के इसी शक्ति वाले बयान को लेकर भाजपा नेता कांग्रेस पार्टी पर निशाना साध रहे हैं। अब तक BJP के कई नेता राहुल गांधी पर निशाना साध चुके हैं। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी के इस बयान से कांग्रेस पार्टी की महिला विरोधी सोच जाहिर होती है।