कानपुर: उत्तर प्रदेश सहित पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड जारी है। ठंड के चलते बड़े स्तर पर जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोग ठंड के चलते अपने-अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं। सरकार की तरफ से जगह-जगह अलाव जलाने का प्रबंध किया गया है। ताकि आम जनमानस को ठंड से राहत मिल सके। वहीं, मौसम विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में ठंड से राहत मिलने वाली नहीं है।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार,कानपुर में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं लखनऊ और कानपुर में घना कोहरा छाया रहा। चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि 24 घंटे के दौरान प्रदेश में शाहजहांपुर जिला सबसे ठंडा रहा।
मौसम विभाग के अनुसार लखनऊ एवं कानपुर में विजिबिलिटी 20 मीटर तक रह गई है। प्रदेश के 9 जिलों में कोहरे की रेड चेतावनी जारी है। जबकि 21 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि बहराइच, लखीमपुर खीरी, हापुड़, अमरोहा, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और इसके आसपास के इलाकों में घना कोहरा पड़ने की आशंका है।
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ठंड से जनजीवन प्रभावित
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से ठंड का कहर जारी है। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है। अनुमान था कि मकर संक्रांति के बाद से शीतलहर का प्रभाव थोड़ा कम होगा। लेकिन, अभी कुछ दिन और ठंड का प्रभाव दिख सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि शीतलहर के इस मौसम में हृदय रोगियों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
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