UP Roadways News: उत्तर प्रदेश रोडवेज की बसों में लापरवाही सामने आई है। जहां रोडवेज की 727 बसों को 25 से कम सवारी के साथ दौड़ा दिया गया। जिसके चलते 11 अफसरों से शासन ने जवाब तलब किया है। यूपी में प्रति बस यात्री और आय को लेकर 25 व 26 दिसम्बर को सर्वे कराया गया। जिसमें 11 क्षेत्रीय अफसरों की लापरवाही सामने आई है। इन अफसरों ने बसों की निगरानी नहीं की और कुप्रबंधन से रोडवेज की आय प्रभावित हुई। ऐसी भी बसें जांच में मिली है। जिसमें एक से पांच यात्री ही सवार थे।
रोडवेज में लापरवाही बरतने वाले 11 अफसरों के खिलाफ एमडी मासूम अली सरवर ने तीन दिनों में जवाबतलब किया है। अपनी रिपोर्ट में एमडी ने लिखा कि क्षेत्रीय प्रबंधक लखनऊ, अयोध्या, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़ और गोरखपुर को चरित्र पंजिका में क्यों न परिनिंदा प्रविष्टि दर्ज की जाए। इनके कार्य संतोषजनक नहीं पाए गए हैं। जिन अफसरों से जवाबतलब किया गया है। उसमें लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक, अयोध्या, हरदोई, नोएडा, गाजियाबाद, आगरा, इटावा, बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़ और गोरखपुर के आरएम शामिल हैं।
उन्हें 1 जनवरी तक जवाब देना होगा। उनके द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभाग की कार्रवाई होगी। रोडवेज के अधिकारियों ने बताया कि रोडवेज बसों में 25 से कम सवारी लेकर जाना मना है। ऐसे में सवारियां कम होने पर दूसरी बसों में बिठाया जाना चाहिए था। लेकिन ड्राइवर और कंडक्टरों ने ऐसा नहीं किया। इसी वजह से एमडी ने प्रदेश के 11 अफसरों से जवाब तलब करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। जिसके बाद काम में लापरवाही बरतने के मामले में एमडी मासूम अली सरवर ने दो एआरएम को शुक्रवार को निलंबित कर दिया।
इसमें सिद्धार्थनगर डिपो के एआरएम और बड़ौत डिपो के एआरएम शामिल हैं। लखनऊ क्षेत्र की 152 बसों में से 49 में पैसेंजर कम पाए गए। ऐसे ही अयोध्या क्षेत्र की 136 बसों में से 42 में, हरदोई क्षेत्र की 117 बसों में से 68 में, गाजियाबाद क्षेत्र की 210 बसों में से 92 में, नोएडा क्षेत्र की 77 बसों में से 28 में, आगरा क्षेत्र की 56 बसों में से 48 में, इटावा क्षेत्र की 43 बसों में से 20 में, बरेली क्षेत्र की 137 बसों में से 120 में, मुरादाबाद क्षेत्र की 242 में से 119 में, अलीगढ़ क्षेत्र की 128 बसों में से 74 में और गोरखपुर क्षेत्र की 163 बसों में 74 में यात्री कम मिले है।