नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज शनिवार को देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, भारत में हरितक्रांति के जनक महान कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया। इस सम्मान को ग्रहण करने के लिए इन विभूतियों के परिजन राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे। यहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर गौरवान्वित किया।
भारत सरकार ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। हालांकि, स्वास्थ्य ठीक ना होने के कारण एलके आडवाणी राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 31 मार्च को आडवाणी के घर जाकर उन्हें सम्मानित करेंगी। इस दौरान पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आडवाणी के घर पर उपस्थित रहेंगे।
बता दें कि आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में 4 विभूतियों को मरणोपरांत भारत रत्न देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान प्राप्त करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय नरसिम्हा राव के पुत्र पीवी प्रभाकर राव, पूर्व पीएम स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी, बिहार के पूर्व सीएम स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक स्वर्गीय एमएस स्वामीनाथन की पुत्री नित्या राव ने राष्ट्रपति से यह सम्मान प्राप्त किया। इस दौरान पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बिहार सीएम नीतीश कुमार सहित कई दिग्गज नेता उपस्थित रहे।
बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार ने इस वर्ष 2024 में 5 विभूतियों को भारत रत्न देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अब तक के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, भूपेन हजारिका, नानाजी देशमुख, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, पीवी नरसिम्हा, चौधरी चरण सिंह, कर्पूरी ठाकुर, एमएस स्वामीनाथन, लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया है। देश में अब तक कुल 53 हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।