22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. जिसके बाद पाकिस्तान में हमारे देश के सैन्य अड्डों और रिहायशी इलाकों में मिलाइल व ड्रोन अटैक किया, लेकिन हमारी सशक्त वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर दिया. साथ ही भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई एयरबेस को जमकर नुकसान पहुंचाया. अब इस पूरे क्रम पर एक सर्वे रिपोर्ट सामने आई हैं. जिसमें मोदी सरकार की अब तक की स्थिति से निपटने और सरकार की प्रतिक्रिया से 63.3 प्रतिशत लोगों ने पूरी तरह से संतुष्टि जताई है.
सीवोटर वोटर ने 12 प्रश्नों को लेकर 10 से 12 मई के बीच सर्वे किया है. जिसके आंकड़े अब सार्वजनिक हो गए हैं. सर्वेकर्ता कंपनी ने 10 मई को संघर्ष विराम की घोषणा से पहले और फिर उसके बाद में 12 सवालों का एक सेट पूछा.
ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सरकार द्वारा की गई कार्रवाई से ‘पूरी तरह संतुष्ट’ लोगों का अनुपात 68.1 था, हालांकि वह संघर्ष विराम की घोषणा के बाद गिरकर 63.3 प्रतिशत पर पहुंच गया. वहीं, पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार के प्रतिक्रिया ऑपरेशन सिंदूर से 5.3 प्रतिशत लोग ‘पूरी तरह असंतुष्ट’ थे, जो संघर्ष विराम की घोषणा के करीब दोगुना होकर 10.2 प्रतिशत तक पहुंच गया.
सर्वे में लोगों को भारतीय सेना पर अटूट भरोसा
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, 91.1 प्रतिशत लोगों को भारतीय सशस्त्र बलों की क्षमताओं पर ‘पूर्ण भरोसा’ है. यह भरोसा युद्ध विराम की घोषणा के बाद और बढ़कर 92.3 प्रतिशत तक पहुंच गया है.
तनाव के बीच लोग कितना सुरक्षित महसूस कर रहे
सर्वे में लोगों से यह भी प्रश्न पूछा गया कि वह भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षित महसूस करते हैं, तो 67.5 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह बहुत सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. हालांकि युद्ध विराम के बाद यह आंकड़ा घटकर 63.9 प्रतिशत ही रह गया. साथ ही 21 प्रतिशत लोग खुद को कुछ हद तक सुरक्षित मानते हैं. जबकि 6.5 प्रतिशत लोगों ने खुद को बिल्कुल असुरक्षित माना है.
भारत-पाकिस्तान संघर्ष से लोग कितना चिंतित
भारत-पाकिस्तान संघर्ष से लोगों के चिंतित होने को लेकर प्रश्न पूछा गया. इस पर 42.6 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वह इस संघर्ष से बहुत चिंतित हैं. हालांकि सीज फायर की घोषणा के बाद 8 प्रतिशत लोगों की चिंता घट गई. जबकि 34 प्रतिशत लोग भारत-पाकिस्तान संघर्ष से ‘कुछ हद तक चिंतित’ थे. जो युद्ध विराम की घोषणा के बाद घटकर 32.8 प्रतिशत रह गई.
कितने लोग करते हैं सीज फायर का समर्थन
सर्वे के निष्कर्षों के अनुसार, 42.6 प्रतिशत लोग भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीज फायर का पूरी तरह से समर्थन करते हैं. इसके विपरीत, 29.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वह सीज फायर का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करते.
पाकिस्तान पर लोगों को नहीं भरोसा
प्रश्न पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अपने सीज फायर के समझौते पर कायम रहेगा, जिस पर 35.3% लोगों ने कहा ‘कुछ दिनों तक’, 25.6 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि पाकिस्तान ‘कुछ घंटों’ के लिए युद्ध विराम का पालन करेगा, 15.8 प्रतिशत लोगों ने कहा कि पाकिस्तान सिर्फ ‘कुछ महीनों’ तक ऐसा करेगा. जबकि सिर्फ 3.7 प्रतिशत लोगों का मानना है कि इस बार पाकिस्तान हमेशा के लिए संघर्ष विराम समझौते पर कायम रहेगा.
संघर्ष में भारत अपने उद्देश्यों में कितना सफल रहा
जब पूछा गया कि युद्ध विराम से पहले संघर्ष में भारत अपने उद्देश्यों को हासिल करने में कितना सफल रहा, तो 44.9 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ‘पूरी तरह से सफल’. वहीं, 36.5 प्रतिशत ने कहा ‘कुछ हद तक सफल’ रहा, जबकि 13.2 प्रतिशत ने कहा कि भारत ‘बिल्कुल भी सफल नहीं रहा’.