11 मई 1998 को भारत ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किया था. जिसके साथ ही वह उन 9 देशों की सूची में शामिल हो गया, जिनके पास परमाणु हथियार हैं. 11 मई 1998 को भारत ने पोखरण टेस्ट रेंज में अपनी परमाणु शक्ति का सफल परीक्षण किया. यह भारत का दूसरा परमाणु परीक्षण था, जो 1974 में ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा के बाद हुआ था. हांलाकि आज भले ही दुनिया के कुल 9 देश परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र हों, लेकिन कई देश ऐसे भी रहे हैं…जिन्होंने अपने परमाणु हथियार दूसरे देशों को दे दिए हों, या फिर नष्ट कर दिया है.
पोखरण परीक्षण की सफलता
1998 अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान भारत ने पोखरण में 11 से 13 मई तक सफलतापूर्वक 5 परमाणु परीक्षण किए थे. इस सफलता के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘जय जवान, जय किसान’ और ‘जय विज्ञान’ का नारा दिया था. उनका यह नारा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के ‘जय जवान, जय किसान’ का मॉडिफाई रूप था. जिसमें ‘विज्ञान’ को भी जोड़कर विकसित भारत की नींव रखी गई थी.
वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम को अधिकारिक तौर पर NPT ने परमाणु हथियार रखने की मान्यता दी है. इसके अलावा भारत, पाकिस्तान, इजराइल, उत्तर कोरिया भी परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र हैं. लेकिन इस देशों को गैर-एनपीटी परमाणु हथियार धारक की सूची में रखा गया है. कुल 9 देश परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र हैं.
इन देशों ने त्यागे परमाणु हथियार
दुनिया में कई देश ऐसे भी हैं, जिन्होंने परमाणु हथियार कार्यक्रम चलाए थे, या फिर उन्हें विरासत में मिले थे. लेकिन उन्होंने समाप्त कर दिया या फिर त्याग दिया. इस सूची में कई देशों का नाम शामिल है. 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद बेलारूस, कजाकिस्तान और यूक्रेन को परमाणु हथियार विरासत में मिले थे. लेकिन उन्होंने उन्हें रूस को लौटा दिया और गैर-परमाणु हथियार वाले देशो के रूप में एनपीटी में शामिल हो गए.
दक्षिण अफ़्रीका का परमाणु कार्यक्रम
दक्षिण अफ़्रीका ने गुप्त रूप से परमाणु हथियार विकसित किए थे, लेकिन 1991 में एनपीटी में शामिल हुआ और 1994 में अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को समाप्त कर दिया.
इराक का परमाणु कार्यक्रम
इराक के पास एक सक्रिय परमाणु हथियार कार्यक्रम था, लेकिन अमेरिका के दबाव के चलते इराक को इसे समाप्त करना पड़ा. 2003 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने इराक पर आक्रमण किया, तब उसके पास तैयार परमाणु हथियार नहीं थे.
लीबिया और सीरिया के परमाणु हथियार
लीबिया ने अपने गुप्त परमाणु हथियार को त्याग दिया था. वहीं, सीरिया भी अवैध परमाणु हथियार प्रयास के तहत रिएक्टर का निर्माण कर रहा था, लेकिन इज़राइल ने 2007 में सीरिया के अल किबर में निर्माणाधीन रिएक्टर पर बमबारी कर दी थी.
इन देशों ने चलाए परमाणु हथियार कार्यक्रम
अर्जेंटीना, ब्राजील, दक्षिण कोरिया, स्वीडन, ऑस्ट्रेलिया और ताइवान ने भी कभी परमाणु हथियार कार्यक्रम चलाये थे.
एनपीटी (परमाणु अप्रसार संधि) एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है. जिसका मकसद परमाणु हथियारों और उनकी तकनीक के प्रसार को रोकना है. इसका उद्देश्य परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग और निरस्त्रीकरण को बढ़ावा देना है. 191 देश इसके सदस्य हैं, लेकिन भारत इसका सदस्य नहीं है. सदस्य देशों को परमाणु हथियार बनाने की योजना छोड़नी होती है और बदले में उन्हें परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग की पहुंच मिलती है.