नई दिल्ली: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर 6-7 मई की देर रात एयर स्ट्राइक कर मुंहतोड़ जवाब दिया है. उसके बाद से पाकिस्तान इस कदर बौखलाया है कि अपना अच्छा-बुरा सोचे बिना ही सीमा पर अंधाधुंध गोली बारी शुरू कर दी. गुरुवार को पाकिस्तान ने राजस्थान की सीमा पार से दिनभर लगातार गोलीबारी की. इसे देखते हुए आर्मी ने सीमा के पास के सभी गांवों को खाली करा लिया. इस दौरान पाकिस्तान ने करीब 70 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं, जिसे भारत ने अपने S-400 सुदर्शन चक्र से ध्वस्त कर दिया.
भारत ने पाकिस्तान पर अटैक करने से पहले अमेरिका, रूस और फांस समेत कई बड़े राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बात की. साथ ही सभी को पाकिस्तान की नापाक हरकत से अवगत कराया. उसके कहा कि भारत ने अभीतक पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों और ड्रोन्स से खुद का बचाव कर रहा था, लेकिन अब वो उसपर जवाबी कार्रवाई करने जा रहा है. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए लाहोर, पठानकोट, फैसलाबाद, इस्लामाबाद और खैबर पख्तूनख्वा समेत कई बड़े शहरों पर एयर स्ट्राइक कर दिया. ये देख पाकिस्तानी सैनिकों को हौसले पस्त हो गए. पाकिस्तान के PM नरेंद्र मोदी और जनरल असीम मुनीर बंकर में छिप गए. इसी बीच पाकिस्तान के 2 पायलट भारत की गिरफ्त में आ गए.
भारत ने ‘सुदर्शन चक्र’ से पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को किया नाकाम-
पाकिस्तान ने भारत से बढ़ते तनाव में गुरुवार की रात को कई ड्रोन्स और मिसाइलों से अचानक से हमला कर 17 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की गई. भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ की गई जवाबी कार्रवाई में अपने सबसे विश्वसनीय हथियार S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के मंसूबों को नेस्तनाबूद कर दिया. कहा जाता है कि भारत का ये विश्वसनीय उच्च तकनीक हथियार दुनिया के सबसे एडवांस्ड लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टमों में से एक है. भारत ने इस सिस्टम को रूस से खरीदा है. जानकारी के मुताबिक देश में ऐसे ही 3 और एयर डिफेंस सिस्टम ऑपरेशनल सिस्टम हैं. इसके अलावा साल 2026 तक 2 और एयर डिफेंस सिस्टम आएंगे. गुरुवार की रात से भारत समेत हर देश में सिर्फ S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ की ही चर्चा है. इसकी तारीफ इसलिए लिए भी होना लाज्मी है, क्योंकि इसने पाकिस्तान के कई शहरों में के उसके एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया.
क्या है S-400 ‘सुदर्शन चक्र’?-
भारत ने साल 2018 में रूस से 5 अरब डॉलर की डील में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदा था. ये एक मोबाइल सर्फेस टु एयर मिसाइल सिस्टम है. मोबाइल सर्फेस टु एयर का मतलब इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. साल 1990 के दशक में रूस ने S-400 सिस्टम को डेवलप किया था. तब इसे S-300 सिस्टम के अपग्रेड के तौर पर बनाया गया था. वहीं, 2007 में इसे तकनीकी रूप से और उन्नत किया गया. हालांकि रूस अब इससे और भी उन्नत एडवांस S-500 सिस्टम बना रहा है. भारत के पास वर्तमान में S-400 समेत 3 एयर डिफेंस ऑपरेशनल सिस्टम हैं.
इजराइल का आयरन डोम-
जिस तरह से भारत के पास S-400 एयर डिफेंस प्रणाली है. ठीक उसी तरह का सिस्टम इजराइल के पास भी है, जिसको आयरन डोम कहते हैं. ये इजराइल की ये सुरक्षा प्रणाली उसे अभेद बनाती है. इजराइल के इस सिस्टम को आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम कहते हैं. लेबनानी आतंकी ग्रुप हिजबुल्ला का इजराइल पर रॉकेट हमले करने के बाद कई इजराइली नागरिकों की मौत हो गई थी, इसके बाद ही इजराइल में साल 2006 में डिफेंस सिस्टम आयरन डोम को बनाना था. साल 2011 से इजराइल इसक सुरक्षा प्रणाली का प्रयोग कर रहा है. इजराइल का दावा है कि उसकी ये सुरक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे अत्याधुनिक प्रणाली है.
‘S-400 सुदर्शन चक्र’ की खासियत-
भारत की S-400 सबसे खतरनाक और ताकतवर सुरक्षा प्रणाली है. ये एयर डिफेंस सिस्टम किसी भी एयर अटैक से बचाने में सक्षम है. भारत ने इस एयर डिफेंस सिस्टम को रूस से खरीदा था. डिफेंस सिस्टम इसका इतना मजबूत है कि ये एडवांस फाइटर जेट को भी मार गिराने में सक्षम है. इसकी खासियत ये है कि ये एक बार में करीब 72 मिसाइलें छोड़ सकता है. भारत ने S-400 को सुदर्शन चक्र नाम दिया है. इसको दुनिया की सबसे उन्नत और बेहतर हवाई सुरक्षा प्रणाली माना जाता है. इससे 4 अलग-अलग तरह की मिसाइलें निकलती हैं, जो कि 400 किलोमीटर की दूरी के लक्ष्य को भेदती हैं. इसमें 2 रडार काम करते हैं, जो 600 किलोमीटर तक हवाई लक्ष्य का पता लगाने में सक्षम हैं. इससे एक बार में 80 टारगेट को भेदा जा सकता है. ये सिस्टम सिग्नल मिलते ही 3 मिनट में फायरिंग के लिए तैयार हो जाता है.
इजराइल के आयरन डोम की खासियत-
इजराइल के आयरन डोम की खासियत ये है कि ये जमीन से सीधे हवा में वार करता है. ये रॉकेट और मोर्टार का हवा में ही खत्मा कर देता है. ये रक्षा प्रणाली बैटरियों से चलती है. दुश्मन देश से लॉन्च किए गए रॉकेट से आयरन डोम लगभग 65 किलोमीटर के अंदर से बचाव कर सकता है. ये बैटरी से संचालित होने के कारण कहीं भी ले जाने में आसान होता है. आयरन डोम हवाई सुरक्षा प्रणाली 20 इंटरसेप्टर मिसाइलों से लैस होता है. किसी भी मौसम में काम करने में सक्षम होता है. इजराइल की ओर से कई बार ऐसा दावा किया गया है कि उसका डिफेंस सिस्टम 99 प्रतिशत टारगेट मार गिराने में सफल है.
इजराइल के आयरन डोम से कितना ताकरवर है S-400 ‘सुदर्शन चक्र’-
S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ आयरन डोम से कई मायनों में ताकतवर है. S-400 एक लंबी दूरी की एयर डिफेंस प्रणाली है, जो करीब 400 किलोमीटर तक के हवाई खतरों को नाकाम करने की क्षमता रखता है. वहीं, अगर इजराइल के आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम की बात करें तो ये प्रणाली तकरीबन 70 किलोमीटर की दूरी की प्रणाली है, जो मुख्य रूप से रॉकेट और मिसाइलों से बचाव के लिए बनाई गई है. S-400, आयरन डोम की तुलना में अधिक शक्तिशाली रडार और अधिक मिसाइल प्रकारों के साथ, एक व्यापक हवाई खतरे से निपटने के लिए तैयार किया गया है. S-400 एक बार में करीब 72 मिसाइलें छोड़ सकता है और 600 किलोमीटर की दूर से भी हवाई खतरों का पता लगा सकता है, जबकि इजराइल आयरन डोम की क्षमता इससे कम है.
1971 की भारतीय सेना-
साल 1971 युद्ध में पहली बार ऐसा हुआ कि भारत की तीनों सेना एक साथ पाकिस्तान के भीतर घुसकर किसी सैन्य ऑपरेशन को अंजाम दिया था. ये भारत की सैन्य क्षमताओं, समन्वय और रणनीति का ही प्रदर्शन था. सबसे खास बात ये है कि भारतीय वायुसेना ने इस हमले के दौरान अपनी हवाई सीमा के नियम का उल्लंघन नहीं किया. लेकिन सटीक मिसाइल हमलों के द्वारा आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया.
2025 की भारतीय सेना-
भारत ने अपनी सैन्य तकनीकी क्षमता को आज इतना मजबूत कर लिया है कि वो दुश्मन देश की सीमा बिना लांघे भी भीतर तक घुसकर देश के दुश्मनों को धूल में मिला सकता है. पहलगाम हमले के बाद भारत के अब तक का सबसे विश्वस्नीय, साहसी और तकनीकी रूप से उन्नत सैन्य अभियान माना जा रहा है. भारत की सेना ने इस बार पाकिस्तान में स्थित आतंकी ढांचों को जड़ से हिलाने का काम किया है. साथ ही दुश्मन देश को ये भी बता दिया है कि उसे ऐसा करने के लिए सीमा पार करने की कोई ज़रूरत नहीं है. आज के समय में उन्नत तकनीक की मिसाइलों से सीमा पार बैठ दुश्मनों पर सटीक निशाना साध सकता है. भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकवादियों के 9 ठिकानों को तबाह कर इसका प्रमाण भी दे दिया है.