लखनऊ: उत्तर प्रदेश ने ‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ के तहत छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का आंकड़ा 1 लाख पार कर लिया. इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसके तहत मार्च 2025 तक प्रदेशभर में 1 लाख से अधिक छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की उपलब्दि हासिल की गई है. वहीं, प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत घरों की छतों पर अब दोगुनी क्षमता के सोलर रूफटॉप संयंत्र लगवाने की तैयारी में जुट गई है.
बदा दें कि प्रदेश में अभी तक 1 लाख से अधिक संयंत्र लग चुके है. प्रदेश सरकार का लक्ष्य मार्च 2027 तक करीब 8 लाख छतों पर संयंत्र लगाने का है. मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से इस योजना की निगरानी भी की जा रही है. UPNEDA इस योजना को घर-घर तक पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रहा है. वहीं, इस योजना को लेकर UP के लोगों की प्रतिक्रिया बहुत बढ़िया रही है. रूफटॉप सोलर सिस्टम अपनाने के लिए अभी तक करीब 10 लाख 73 हजार से अधिक इच्छुक लोगो के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. वर्तमान में लगभग 11,000 और सिस्टम चल रहे हैं और प्रतिदिन 500 से अधिक रूफटॉप स्थापित किए जा रहे हैं.
‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ क्या है?-
भारत सरकार ने सौर रूफटॉप क्षमता की हिस्सेदारी बढ़ाने और आवासीय घरों को अपनी बिजली पैदा करने के लिए सशक्त बनाना चाहती है. इसके लिए 29 फरवरी, 2024 को PM सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना को मंजूरी दी गई है. इस योजना का परिव्यय 75,021 करोड़ रुपये है. इसे वित्त वर्ष 2026-27 तक लागू किया जाना है. इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर एक राष्ट्रीय कार्यक्रम कार्यान्वयन एजेंसी NPIA और राज्य स्तर पर राज्य कार्यान्वयन एजेंसियों SIA द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा. वितरण उपयोगिता डिस्कॉम या बिजली/ऊर्जा विभाग, को अपने-अपने क्षेत्रों में रूफटॉप सोलर को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाजनक उपाय करने की आवश्यकता होगी. जैसे कि नेट मीटर की उपलब्धता, समय पर निरीक्षण और प्रतिष्ठानों को चालू करना, विक्रेता पंजीकरण और प्रबंधन.
‘प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना’ का उद्देश्य-
इस पहल का उद्देश्य न केवल पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता को कम करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देना है. UP राज्य सरकार का केंद्रित दृष्टिकोण, सक्रिय नागरिक भागीदारी के साथ उत्तर प्रदेश को भारत के आवासीय सौर अपनाने में अग्रणी के रूप में स्थापित कर रहा है. वर्तमान गति और समर्थन तंत्र के साथ राज्य सरकार 2027 तक 8 लाख रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए सही रास्ते पर काम कर रही है.
पीएम सूर्य घर योजना कैसे काम करती है?-
इस योजना में 2 किलोवाट क्षमता तक की प्रणालियों के लिए सौर इकाई लागत का 60 प्रतिशत और 2 से 3 किलोवाट क्षमता के बीच की प्रणालियों के लिए अतिरिक्त प्रणाली लागत का 40 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाती है. सब्सिडी की सीमा 3 किलोवाट क्षमता तक सीमित रखी गई है. वर्तमान बेंचमार्क मूल्यों पर, इसका अर्थ होगा 1 किलोवाट प्रणाली के लिए 30,000 रुपए, 2 किलोवाट प्रणाली के लिए 60,000 रुपए और 3 किलोवाट या उससे अधिक प्रणाली के लिए 78,000 रुपए की सब्सिडी निर्धारित की गई है.
पीएम सूर्य घर योजना के लाभ-
इस योजना से उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में बचत करने में मदद मिलेगी और सौर ऊर्जा अपनाने से सामूहिक रूप से देश को सालाना 15,000 से 18,000 करोड़ तक की बचत होगी. इलेक्ट्रिक वाहनों को भी चार्ज करने में मदद मिलेगी. सौर पैनलों की आपूर्ति और स्थापना के लिए कई विक्रेताओं के लिए उद्यमिता के अवसर पैदा होंगे. साथ ही सौर पैनलों की स्थापना, विनिर्माण और रखरखाव में तकनीकी कौशल वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे. वहीं, सरकार के लिए बिजली की लागत में कमी आएगी. नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी.
पीएम सूर्य घर योजना के पात्रता –
आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए. आवेदक के पास अपना घर होना चाहिए, जिसकी छत सोलर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त हो. आवेदक के पास वैध बिजली कनेक्शन होना चाहिए. आवेदक ने सौर पैनलों के लिए किसी अन्य सब्सिडी का लाभ नहीं उठाया हो. जिस रूफ़ टॉप पर सोलर पैनल स्थापना होना प्रस्तावित है, उसका अधिकार आवेदक के पास हो. नवीनतम बिजली का बिल आवेदक के नाम पर हो. इस योजना के तहत, 2 किलोवाट क्षमता तक की प्रणालियों के लिए सौर इकाई लागत का 60 प्रतिशत और 2 से 3 किलोवाट क्षमता के बीच की प्रणालियों के लिए अतिरिक्त प्रणाली लागत का 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है.
आवेदन करने की प्रक्रिया-
PM सूर्य घर योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं. होमपेज के बाईं ओर उपलब्ध ‘रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन करें’ बटन पर क्लिक करें. ‘पंजीकरण’ पर क्लिक करें और राज्य, जिला और बिजली वितरण कंपनी का चयन करें. अपना ग्राहक खाता नंबर दर्ज करें और ‘अगला’ पर क्लिक करें. अपना मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज करें और ‘आगे बढ़ें’ पर क्लिक करें. ‘रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन के लिए आवेदन करें’ फॉर्म पर आवश्यक विवरण दर्ज करें. दस्तावेज़ अपलोड करें और फॉर्म जमा करने के लिए ‘फाइनल सबमिशन’ बटन पर क्लिक करें. रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन करने के बाद, DISCOM से व्यवहार्यता अनुमोदन की प्रतीक्षा करें. व्यवहार्यता अनुमोदन स्वीकृत होने के बाद अपने DISCOM में पंजीकृत विक्रेता के माध्यम से संयंत्र स्थापित करें. संयंत्र का विवरण प्रस्तुत करें और स्थापना पूर्ण होने के बाद नेट मीटर के लिए आवेदन करें. नेट मीटर की स्थापना और डिस्कॉम निरीक्षण के बाद वे पोर्टल से कमीशनिंग प्रमाणपत्र तैयार करेंगे. कमीशनिंग रिपोर्ट मिलने के बाद, PM सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना पोर्टल पर लॉग इन करके अपने बैंक खाते का विवरण और एक रद्द चेक जमा करें. आपको 30 दिनों के भीतर अपने बैंक खाते में सब्सिडी मिल जाएगी.
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