UP IT Sector: आईफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में अपनी मैनुफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए योगी सरकार से बातचीत कर रही है. एचसीएल-फॉक्सकॉन चिप ज्वाइंट के लिए आखिरी भूमि आवंटन के समय इन्वेस्ट यूपी द्वारा फॉक्सकॉन को निवेश का प्रस्ताव दिया गया था. पीटीआई की खबर के मुताबिक, यूपी सरकार इन्वेस्ट यूपी के जरिये राज्य में अपनी इलेक्ट्रॉनिक्स मैनुफैक्चरिंग यूनिट सेट अप करने के लिए फॉक्सकॉन के साथ बातचीत कर रही है.
300 एकड़ भूमि की उपलब्धता की चर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक, बातचीत में योगी सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी यीडा के तहत 300 एकड़ भूमि की उपलब्धता की चर्चा की है. हालांकि, चर्चा में मौजूद एक सूत्र का कहना है कि बातचीत फिलहाल बहुत शुरुआती फेज में है. इस मीटिंग में प्रोडक्ट्स के प्रकार को लेकर कोई बात नहीं हुई है. फॉक्सकॉन किस प्रकार के प्रोडक्ट्स बनाएगी, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है. प्रदेश सरकार को इससे जुड़े सवाल भेजे गए तो कोई जवाब नहीं मिला, जबकि फॉक्सकॉन ने इस घटनाक्रम पर कोई कमेंट नहीं की.
4,000 से अधिक युवाओं को मिलेंगी नौकरियां
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने YEIDA के सेक्टर 28 में वामा सुंदरी परियोजना के लिए पहले ही 48 एकड़ भूमि अलॉट कर दी है. ज्वाइंट वेंचर शुरू में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट यानी OSAT सुविधा सेट अप करने में 3,706 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. जिससे लगभग 4,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है. फॉक्सकॉन देश में सबसे बड़ी आईफोन निर्माता कंपनी है.
मोबाइल फोन का निर्यात सबसे टॉप लेवल पर
ICEA के मुताबिक, भारत से मोबाइल फोन का निर्यात वित्त वर्ष 2024-25 में 2 लाख करोड़ रुपये के अबतक के सबसे टॉप लेवल को पार कर गया है. यह वित्त वर्ष 2023-24 में दर्ज 1.29 लाख करोड़ रुपये से 55 प्रतिशत अधिक है. स्मार्टफोन सेगमेंट में अकेले iPhone का निर्यात 1.5 लाख करोड़ रुपये का रहा.
आपको बता दें, सैमसंग, वीवो, ओप्पो, डिक्सन और लावा जैसी अधिकांश मोबाइल फोन निर्माता कंपनियों की उत्पादन इकाइयां उत्तर प्रदेश में हैं. उत्तर प्रदेश में स्थित ब्रांड संयुक्त रूप से देश के स्मार्टफोन बाजार में 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखते हैं. भारत का मोबाइल फोन उत्पादन 2024-25 में 5.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. जोकि, पिछले वित्त वर्ष में 4.22 लाख करोड़ रुपये से काफी अधिक है.
आईटी सेक्टर को मिला उद्योग का दर्जा
प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी ‘आईटी’ व सूचना प्रौद्योगिकी जनित सेवा ‘आईटीईएस’ को बीते वर्ष योगी कैबिनेट ने उद्योग का दर्जा दिया था. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में कंपनियां अत्यधिक निवेश करना चाहती हैं.