श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के विकास खंड इकौना में स्थित ग्राम पंचायत अकबरपुर का नाम बदलने का निर्णय लिया गया है. ग्राम पंचायत की बैठक में सभी ग्रामवासियों ने सर्वसम्मति से गांव का नया नाम ‘प्रशांत नगर’ रखने निर्णय लिया है. ग्राम पंचायत अध्यक्ष मीना देवी की अध्यक्षता में यह बैठक आयोजित की गई थी.
बता दें कि प्रदेश में 19 मार्च 2017 में योगी सरकार आने के बाद से शहरों का नाम बदलें की निरंतर कार्रवाई की जा रही है. सरकार कई शहरों व कस्बों के नाम बदल चुकी है, और इसी क्रम में अभी भी कार्रवाई जारी है, तो आइए जानते हैं उन शहरों के बारे में जिनका नाम योगी सरकार के आने के बाद बदला गया है.
अयोध्या के बाबरपुर कस्बे का बदला जाएगा नाम
बता दें कि हाल ही में अयोध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने अजीतमल तहसील के बाबरपुर कस्बे का नाम बदलने की मांग की थी. इसी क्रम में उन्होंने कहा कि बाबरपुर जैसा नाम सनातन धर्म के देश में नहीं होना चाहिए.
इलाहाबाद का बदला गया था नाम
अक्टूबर 2018 में योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था. इसके बाद शहर में कई विकास कार्य भी हुए, जैसे कि सड़कों का चौड़ीकरण, फ्लाईओवर का निर्माण और एयरपोर्ट का विकास.
फैजाबाद हुआ अयोध्या
गौरतलब है कि 23 अक्टूबर, 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार ने फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया, जिससे राम जन्मभूमि से जुड़े धार्मिक महत्व को और बल मिला.
फिरोजाबाद का नाम हुआ चंद्रनगर
दिसंबर 2023 में योगी सरकार ने फिरोजाबाद का नाम बदलकर चंद्रनगर कर दिया था. यह नाम परिवर्तन स्थानीय मांगों के आधार पर किया गया था, नाम बदले जाने के बाद स्थानीय लोगों ने सीएम योगी को धन्यवाद व्यक्त किया था.
इन जिलों के भी बदले जा सकते हैं नाम!
उल्लेखनीय है कि योगी सरकार कुछ अन्य जिलों और शहरों के नाम बदलने के प्रस्तावों पर भी विचार कर रही है. इन जिलों के नाम है. बदायूं, मैनपुरी, संभल, देवबंद, गाजीपुर, आगरा इत्यादि.