लखनऊ: राजधानी लखनऊ में शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के बलिदान दिवस पर कई जगहों पर कार्यक्रम आय़ोजित किए गए. इस मौके पर सभी बलिदानियों की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके संघर्ष को याद कर उन्हें नमन किया गया. इस कार्यक्रम को ‘रंग दे बसंती’ नाम दिया गया. इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए.
ये कार्यक्रम दस्तक, संस्कृति विभाग और कई सांस्कृतिक संस्थाओं के सहयोग से आयोजित किया गया था. 7 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों को युवाओं तक पहुंचाना और उनके बलिदान को याद करना था. इस मौके पर स्कूली छात्रों ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को इस दिन के महत्व को समझाते हुए कहा कि महान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को इसी दिन फांसी दी गई थी. उन्हीं शहीदों की याद में इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है.
वहीं, लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक में भी शहीदी दिवस के अवसर पर शहीदोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा थे. इस अवसर पर स्कूली बच्चों, स्थानीय लोगों और राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने अमर शहीदों की तस्वीर पर श्रदधा सुमन चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की. स्मारक में मौजूद आगंतुक रमेश कुमार ने बताया कि ये पार्क ऐतिहासिक काकोरी कांड की याद में बनाया गया है. स्कूली छात्रों ने इस दिन के महत्व को लेकर लोगों को बताया कि महान क्रांतिकारी और देशभक्त भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को इसी तारीख को फांसी दी गई थी.
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बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत में युवा कलाकारों ने शहीदों के चित्र और कविताओं को एक बड़े कैनवस पर उकेरकर की. ऐसा करके छात्रों ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया. इसके बाद दीप प्रज्वलित करने के साथ इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गई. इस दौरान 94 फीट लंबा कैनवास रखा गया, जिस पर उपस्थित लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने विचार रखे. और चित्र भी बनाए. कार्यक्रम में राजनीतिक पारियों के कई नेता और गणमान्य लोग उपस्थित थे.