आजमगढ़: जिले में शिक्षा के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. करीब 219 मदसरों पर कागजों में चलते पाए गए हैं, जबकि कागजों पर दिखाए गए मदरसों को कोई अस्तित्व नहीं है. EOW की ओर से इसका खुलासा किया गया है. खुलासे के बाद इस मामले में 22 थानों में धोखाधड़ी और अन्य कई आरोप में मुकदमें दर्ज किए गए हैं. वहीं, पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच पड़ताल में जुट गई है. उधर, SP हेमराज मीणा ने मामले को लेकर सख्त कार्रवाई अमल ने लाने की चेतावनी दी है.
जिले के पुलिस अधीक्षक मीणा ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा की ओर से इस मामले की जांच की गई. जांच में सामने आया कि मदरसा संचालकों ने फर्जी दस्तावेजों की सहायता से सरकार का पैसा हासिल किया. मदरसा पोर्टल पर ऑनलाइन डेटा एंट्री के दौरान पाई गई गड़बड़ी के आधार पर की गई जांच में शुरू में 313 ऐसे मदरसों की पहचान की गई थी, जो मानक के विपरीत संचालित हो रहे थे. साल 2017 में प्रदेश सरकार से मामले की शिकायत के बाद SIT ने जांच की, जिसमें ये सामने आया कि इनमें से करीब 219 मदरसे तो ऐसे हैं, जिनका कोई भी अस्तित्व नहीं है.
वहीं, बागपत के थाना सिंघावली अहीर क्षेत्र में कस्बा सराय में एक मदरसे का मामला सामने आया है. यहां पांच दिन पहले फज़ल की नमाज अदा न पढ़ने पर दो छात्रों को साथ मारा-पीटा गया. इसकी शिकायत मदरसा इमाम मोहम्मद हुसैन ने पुलिस से की. उसने बताया कि जुल्फिकार नाम का एक बाहरी व्यक्ति मदरसे में घुसकर फज़ल की नमाज न अदा करने वाले बच्चों को बेरहमी से पीटा. ऐसे में सवाल उठता है कि एक तरफ राज्य सरकार की ओर से प्रदेशभर में शिक्षा को सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया जा रहा है. बच्चों को खाने-पीने की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए मिड डे मिल की भी व्यवस्था की गई है, लेकिन एक मदरसे में फजल की नमाज न अदा करने पर एक कट्टरपंथी द्वारा बच्चों को बेरहमी से मारा-पीटा जाता है, ये कहां तक जायज है.
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EOW इंस्पेक्टर कुंवर ब्रह्म प्रकाश सिंह की शिकायत पर पहला मुकदमा 6 फरवरी को कंधरापुर थाने में दर्ज हुआ. इसके बाद शहर कोतवाली, सिधारी, रानी की सराय, मुबारकपुर और निजामाबाद समेत कुल 22 थानों में इससे संबंधित मामले दर्ज किए गए. इसके बाद इस पूरे मामले की जांच की जा रही है. वहीं, एसपी का कहना है कि जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि जिन मदरसा संचालकों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये सरकार का पैसा लिया है, उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.