लखनऊ: यूपी में इन दिनों निराश्रित गोवंश की समस्या बनी हुई है. इससे सबसे ज्यादा परेशान किसान हैं. क्योंकि निराश्रित गोवंश उनकी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. योगी सरकार के कई प्रयासों के बाद भी, अभी तक इस समस्या का कोई समुचित निराकरण नहीं हो सका है. अब इस समस्या से निजात पाने के लिए, योगी सरकार ने आज के बजट में 2,000 करोड़ की भारी-भरकम धनराशि का प्रावधान किया है.
यूपी के पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार छुट्टा गोवंश की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के राज्य बजट में छुट्टा गोवंश के रख-रखाव के लिए 2,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इसके अतिरिक्त, वृहद गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना के लिए 140 करोड़ रुपये और पशु चिकित्सालयों एवं पशु सेवा केंद्रों के सुदृढ़ीकरण के लिए 123 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
मंत्री धर्मपाल सिंह ने इस बजट की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का धन्यवाद व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि दुग्ध व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्रों के अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, निर्बल, भूमिहीन मजदूरों और बेरोजगारों के लिए अतिरिक्त आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. इसी दिशा में, बजट में ‘नंद बाबा दुग्ध मिशन’ के तहत 203 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
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इसके साथ ही, मंत्री ने दुग्ध संघों के सुदृढ़ीकरण और पुनर्जीवित करने की योजना के लिए 107 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की है. धर्मपाल सिंह ने कहा कि इस बजट से राज्य के पशुधन क्षेत्र को एक नई दिशा मिलेगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम ग्रामीण विकास और गोवंश संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.