नई दिल्ली: वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का विरोध तेज हो गया है. बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास ने विधेयक की कड़ी आलोचना करते हुए इसे गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि बोर्ड इस विधेयक का विरोध करेगा. यदि जरूरी हुआ तो इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी.
मौलाना ने आगे कहा कि इस विधेयक के खिलाफ लोगों का समर्थन जुटाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है. जल्द ही ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारी बैठक बुलाई जाएगी. जिसमें इन सभी विषयों पर चर्चा होगी. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हम जल्द ही इसको लेकर अपनी पूरी योजना तैयार कर रहे हैं.
क्या है वक्फ संशोधन विधेयक का उद्देश्य?
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का उद्देश्य वक्फ अधिनियम में बदलाव करना है, जो पूरे भारत में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को नियंत्रित करता है. इस विधेयक में वक्फ संपत्तियों के डिजिटलीकरण, उन्नत ऑडिट और बेहतर पारदर्शिता जैसे सुधारों का प्रस्ताव है, साथ ही अवैध कब्जे वाली संपत्तियों को पुनः प्राप्त करने के लिए कानूनी रास्ता निकाला गया है.
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उल्लेखनीय है कि गुरुवार को इस विधेयक को लेकर गठित जेपीसी ने अपनी रिपोर्ट दोनों सदनों में पेश की थी. जिस पर विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया था. फिलहाल सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 संसद में पेश करने का कार्यक्रम 10 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है. गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अगर विपक्ष अपनी असहमति रिपोर्ट में जोड़ना चाहता है, को उससे सरकार को कोई आपत्ति नहीं है.