प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के संबंध में सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में प्रयागराज पुलिस ने 7 एक्स हैंडल यूजर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिन 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उसमें से तिंदवारी के पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति का भी नाम शामिल है. इन एक्स खातों पर नेपाल की एक वीडियो को महाकुंभ प्रयागराज का बताकर साझा किया गया था.
संबंधित पोस्ट में दावा किया गया था कि महाकुंभ 2025 प्रयागराज में मौत का महाकुंभ होगा, यह भी कहा गया था कि भगदड़ कांड में एक परिवार से तीन-तीन लोगों की जान चली गई, परिजन पोस्टमार्टम हाउस से शवों को कंधे पर लेकर जा रहे हैं. इसके साथ ही यह भी कहा गया कि शवों को एम्बुलेंस की बजाय कंधे पर उठाकर ले जाया जा रहा है. जिससे अफवाहों ने और भी तूल पकड़ा.
हालांकि, यूपी पुलिस ने वीडियो का तथ्यात्मक जांच की तो पता चला कि यह वीडियो प्रयागराज का नहीं बल्कि नेपाल का है. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 7 सोशल मीडिया हैंडल उपयोगकर्ताओं के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर लिया है.
पुलिस का कहना है कि यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश की गई थी, जो कि अपराध की श्रेणी में आता है. जांच के दौरान पुलिस ने संबंधित खातों की पहचान की और उन्हें दोषी ठहराते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है.
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
एफआईआर दर्ज किए गए हैंडल्स में बृजेश कुमार प्रजापति (@brajeshkmpraja), रज्जन शाक्य (@RAJJANS206251), अशफाक खान (@AshfaqK12565342), सत्यप्रकाश नागर (@Satyapr78049500), प्रियंका मौर्य (@Priyank232332), आकाश सिंह भारत (@Akashsinghjatav), और अभिमन्यु सिंह जर्नलिस्ट (@Abhimanyu1305) शामिल हैं.
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प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है. साथ ही चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर झूठी और भ्रामक सूचनाओं को फैलाना कानूनी अपराध है. ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.