प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आयोजन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने अनुभवी अधिकारियों की तैनाती की है. सीएम योगी ने विशेष रूप से, IAS आशीष गोयल और IAS भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज भेजने का आदेश दिया गया है. इन दोनों अधिकारियों का महाकुंभ और अर्धकुंभ के आयोजन में पहले का गहरा अनुभव रहा है, जिससे उनके द्वारा किए गए काम की प्रभावशीलता को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.
2019 अर्धकुंभ में महत्वपूर्ण योगदान
2019 में आयोजित अर्धकुंभ में आशीष गोयल और भानु गोस्वामी की जोड़ी ने कुंभ के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाई थी. आशीष गोयल तब प्रयागराज के कमिश्नर थे. साथ ही उन्होंने अर्धकुंभ में मेला प्रभारी की भी जिम्मेदारी संभाली थी. वहीं, भानु गोस्वामी तब प्रयागराज के जिलाधिकारी थे. उन्होंने कुंभ मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष (VC) के रूप में कार्य किया था. दोनों अधिकारियों ने मिलकर मेला क्षेत्र में बेहतरीन व्यवस्थाएं की थीं. तभी अर्धकुंभ को ऐतिहासिक सफलता मिली थी.
विशेष सचिव रैंक के आईएएस अधिकारियों की तैनाती
इसके अलावा, प्रदेश सरकार ने 5 अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को जो विशेष सचिव रैंक के हैं उन्हें कुंभ मेला क्षेत्र में तैनात किया है, जिनका पहले से इस प्रकार के बड़े आयोजनों में अनुभव रहा है. इन अधिकारियों के पास मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात संचालन, और अन्य आपातकालीन स्थितियों से निपटने जिम्मेदारी होगी.
सुरक्षा व अन्य व्यवस्थाओं की मजबूती पर जोर
महाकुंभ का आयोजन इस बार और भी बड़े स्तर पर हो रहा है, प्रशासन के सामने करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक चुनौती है. इसलिए, अनुभवी अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है ताकि वे अपने अनुभव और नेतृत्व के साथ मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण, आपातकालीन व प्रशासनिक कार्यों को बेहतर तरीके से संभाल सकें.
सरकार का प्रशासनिक समन्वय पर जोर
हादसे के बाद प्रदेश सरकार का इस बात पर विशेष जोर है कि अधिकारियों के बीच समन्वय मजबूत रहे. रेलवे, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा एजेंसियां आपसी तालमेल से काम करें. ताकि कोई भी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न न हो. इसीलिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में इन अधिकारियों की तैनाती की गई है.