प्रयागराज: दुनिया का सबसे बड़ा सार्वजनिक उत्सव महाकुंभ, प्रयागराज में जारी है. 13 जनवरी से प्रारंभ हुआ यह महाउत्सव 26 फरवरी कर जारी रहेगा. इस बीच 6 प्रमुख अमृत स्नान होना है. पहला और दूसरा अमृत स्नान हो चुका है. तीसरा अमृत स्नान 29 जनवरी मौनी अमावस्या के दिन होना है. अनुमान है कि इस दिन करीब 10 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान करने प्रयागराज पहुंच सकते हैं. जिसको देखते हुए योगी सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं.
मेला प्रशासन और पुलिस पूरी तैयारी में है कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. अवागमन में लोगों को कोई समस्या न हो इसके लिए मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है. ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. संगम तटों पर बैरिकेडिंग की जा रही है और श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग सेक्टर में व्यवस्थाएं की जा रही हैं. इस दौरान कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा.
संगम नोज पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ICCC (इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर) काम करेगा. भीड़ वाले स्थानों पर त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं. प्रमुख रास्तों पर निगरानी रखी जा रही है. साथ ही संदिग्ध लोगों पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
नए साइनेज लगाए गए
मेला क्षेत्र में अवैध दुकानों और अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. ताकि श्रद्धालुओं को चौड़ी सड़कें मिल सकें और उनकी यात्रा सुगम हो सके. पार्किंग की व्यवस्था को बेहतर किया गया है. 2000 नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को सही दिशा में जाने में कोई परेशानी न हो.
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चैटबॉट से जानकारी
श्रद्धालुओं को मेला का आधिकारिक चैटबॉट डाउनलोड करने की सलाह दी गई है, यह उन्हें यात्रा संबंधी सभी जानकारी देगा. साथ ही, गूगल नेविगेशन और पुलिसकर्मी भी श्रद्धालुओं की मदद करेंगे. इस प्रकार, कुम्भ मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं.