प्रयागराज: महाकुंभ में प्रयागराज के संगम घाट को अब केवल धार्मिक आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त उदाहरण भी बनाया जाएगा. इस बार ‘जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति’ द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम में कन्याएं दो महीने तक रोजाना महाआरती करेंगी, जो महिलाओं के शक्ति और सम्मान का प्रतीक बनेगा. यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखेगा, बल्कि समाज में महिला सशक्तिकरण और समानता का संदेश भी फैलाएगा.
कन्याओं द्वारा की जाएगी महाआरती
कुम्भ नगरी में महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है, जो सरकार के युद्धस्तरीय प्रयासों के तहत दिव्य, भव्य, डिजिटल, स्वच्छ और सुरक्षित तरीके से संपन्न होगा. इस बार की विशेष बात यह है कि संगम घाट पर रोज होने वाली आरती में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. कन्याएं शंख और डमरू बजाते हुए पूरी पूजा की रस्मों को निभाएंगी. यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व का होगा, बल्कि यह महिलाओं की शक्ति, समर्पण और भक्ति का एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करेगा.
समाज में महिलाओं की स्थिति को मजबूत करने का संदेश
‘जय त्रिवेणी जय प्रयागराज आरती समिति’ के सदस्य कृष्ण दत्त तिवारी ने मीडिया को बताया कि यह कदम महाकुंभ 2025 में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता की भावना को मजबूत करने के लिए उठाया जा रहा है. इस आयोजन के जरिए समाज में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा दिखाई जाएगी. कन्याओं द्वारा आरती किए जाने से महिलाओं के सम्मान में वृद्धि होगी और यह समाज में उनकी स्थिति को सशक्त बनाने का प्रतीक बनेगा.
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