झांसी: भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) का पहला कारखाना जनरल बिपिन रावत डिफेंस कॉरिडोर में जून 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा. झांसी के गरौठा तहसील में बनने वाला ये कारखाना उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. 450 एकड़ में फैला यह कारखाना मुख्य रूप से मिसाइलों के लिए बारूद के उत्पादन पर केंद्रित होगा. साथ ही डिफेंस कॉरिडोर क्षेत्र में रक्षा उत्पादों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
डिफेंस कॉरिडोर का विकास उत्तर प्रदेश सरकार छह जिलों में कर रही है, जिसमें झांसी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है. गरौठा तहसील के छह गांवों में 1034 हेक्टेयर जमीन इस परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई है. रक्षा उत्पादों के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए छह कंपनियों ने सरकार के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें से BDL ने अपनी इकाई स्थापित करने का कार्य सबसे पहले शुरू किया था. 150 करोड़ की लागत से बन रही यह इकाई अब अपने अंतिम चरण में है और जून 2025 तक पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद है. इस कारखाने में बनने वाले रक्षा रसद का परीक्षण भी इसी केंद्र पर किया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने रखी थी आधारशिला
19 नवम्बर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झांसी में एक सैन्य कार्यक्रम के दौरान BDL के इस कारखाने की आधारशिला रखी थी. किले के मैदान में आयोजित एक समारोह में उन्होंने डिफेंस कॉरिडोर की पहली कंपनी की नींव रखी, जो इस परियोजना के लिए ऐतिहासिक क्षण था.
बुनियादी ढांचे का विकास
डिफेंस कॉरिडोर के पूरी तरह से आकार लेने के लिए 2025 तक कई परियोजनाएं पूरी होनी हैं. अंदर की सड़कों का निर्माण शुरू हो चुका है और बाउंड्रीवॉल भी बनाई जा रही है. पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास भी प्रगति पर है और इनकी पूरी होने की उम्मीद 2025 तक है.
उद्योग उपायुक्त मनीष चौधरी ने मीडिया से कहा कि, “बुंदेलखंड डिफेंस कॉरिडोर क्षेत्र के विकास में यह परियोजना महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. BDL की इकाई स्थापित होने जा रही है और कुछ अन्य कंपनियां भी जल्द ही अपनी इकाइयों की आधारशिला रखेंगी.”
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