प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ा अहम मंदिर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए अन्नक्षेत्र चलाएगा. यह मंदिर अहमदाबाद का जगन्नाथ मंदिर है. जहां मोदी ने अपने जीवन के सात साल बिताए थे. इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ का रथ खींचने का मोदी का 13 बार रिकॉर्ड है.
जगन्नाथ मंदिर के प्रबंधक महेन्द्र भाई झा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1970 में अहमदाबाद आने के बाद इस मंदिर को अपना घर बना लिया था. यहां उन्होंने सात साल तक बिताए और उनके पूरे परिवार का इस मंदिर से गहरा संबंध है. उन्होंने बताया कि महाकुंभ में 1 जनवरी से 15 फरवरी तक इस मंदिर के अन्नक्षेत्र में श्रद्धालुओं को भोजन मिलेगा. साथ ही यहां संत सम्मेलन, गौ संवर्धन और गो आधारित खेती पर गोष्ठियां भी आयोजित होंगी.
जगन्नाथ मंदिर का इतिहास
अहमदाबाद का जगन्नाथ मंदिर करीब 450 साल पुराना है. यह मंदिर श्री रामानन्द सम्प्रदाय से जुड़ा है और यहां भगवान जगन्नाथ की पूजा होती है. 1878 में यहां रथ यात्रा शुरू हुई थी, जो अब 14 किमी लंबी है. गुजरात के मुख्यमंत्री भी रथ यात्रा की सफाई का प्रतीकात्मक काम करते हैं.
मंदिर की विशेषताएं
इस मंदिर में 3,000 देशी गायें और 17 हाथी हैं. अब मंदिर प्रशासन महाकुंभ में आने वाले करीब 15,000 श्रद्धालुओं को रोज भोजन कराएगा. यह मंदिर भारत के पहले मंदिरों में से है जिसकी वेबसाइट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से बनी है.
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मंदिर में गृह मंत्री अमित शाह करते हैं गौ दान
पीएम मोदी के साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की भी इस मंदिर के साथ गहरी आस्था जुड़ी हुई है. मंदिर समिति के पदाधिकारी महेन्द्र भाई झा ने बताया कि गुजरात में यह मंदिर आस्था का सबसे बड़ा केन्द्र है. उन्होंने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह प्रत्येक वर्ष मकर संक्रांति के दिन मंदिर में भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेने आते हैं. वह यहां गौ दान करते हैं. उन्होंने बताया कि महाकुंभ में गृहमंत्री अमित शाह भी आएंगे.