नई दिल्ली: बांग्लादेश सीमा पर हाल ही में मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) दिखे जाने के बाद भारतीय वायु सेना ने अपनी निगरानी को और बढ़ा दिया है. मेघालय पुलिस की जानकारी के बाद, भारतीय राडार और लड़ाकू विमानों को सीमा पर इन ड्रोन पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
मेघालय राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा और शेला क्षेत्रों में बांग्लादेशी बेराकटार टीबी-2 यूएवी उड़ते हुए देखे गए हैं. ये ड्रोन बांग्लादेश में स्थित छतक और सुनामगंज इलाकों से उड़ान भर रहे थे. हालांकि, अभी तक इन ड्रोन ने भारतीय सीमा में कोई कार्रवाई नहीं की है, लेकिन सीमा पर तैनात बीएसएफ ने इस घटना की सूचना मेघालय सरकार को दी थी.
बीएसएफ का मानना है कि बांग्लादेशी यूएवी की तैनाती घरेलू राजनीति के कारण हो सकती है, खासकर बांग्लादेश में हाल के समय में अस्थिरता के बीच. बांग्लादेश ने इस साल अपने सैन्य आधुनिकीकरण के तहत ये ड्रोन हासिल किए थे. बेराकटार टीबी-2 यूएवी, जो तुर्की की एक कंपनी ने विकसित किया है, निगरानी और हमलावर मिशनों के लिए बहुत प्रभावी माने जाते हैं. ये ड्रोन 300 किमी की दूरी तक उड़ सकते हैं और 27 घंटे तक हवा में रह सकते हैं.
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इस घटना के बाद, भारतीय वायु सेना ने सीमा पर अपनी निगरानी गतिविधि को बढ़ा दिया है. भारतीय सुरक्षा बलों ने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां अक्सर देशों के अंदर आंतरिक समर्थन जुटाने के लिए होती हैं, लेकिन इससे सुरक्षा खतरे भी पैदा हो सकते हैं. इसके साथ ही, बीएसएफ को यह भी निर्देश दिया गया है कि भारतीय सीमा में घुसपैठ करने पर बांग्लादेशी यूएवी को मार गिराया जाए.