प्रयागराज; महाकुंभ में गैर सनातनियों की एंट्री पर अखाड़ा परिषद द्वारा बीते दिनों रोक लगाई गई थी. जिसके बाद अब नागा संन्यासियों ने भी इस पर अपनी गाइडलाइन जारी की है. इस गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. नागा संन्यासियों ने फरमान जारी किया है कि वे महाकुंभ क्षेत्र में केवल उन्हीं आगंतुकों को प्रवेश देंगे, जिनके माथे पर तिलक व कलाई में कलावा बंधा हुआ होगा.
जूना अखाड़े के नागा संन्यासी शंकर भारतीय ने कहा कि हिंदू धर्म को भ्रष्ट करने वाली घटनाओं के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है. संन्यासी शंकर भारतीय का कहना है कि धर्म की शुचिता की रक्षा के लिए यह गाइडलाइन लागू की गई है. जो लोग इस गाइडलाइन का उल्लंघन करेंगे, उन लोगों पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
प्रवेश द्वारों पर पुलिस की जाएगी तैनात
नागा संन्यासियों का कहना है कि अखाड़ों के सभी प्रवेश द्वारों पर पुलिस तैनात की जाएगी, जो लोगों को इस गाइडलाइन का पालन करवाएगी. अगर कोई इस का पालन नहीं करता है और दोषी पाया जाता है तो उसे दंडित किया जाएगा. वहीं जूना अखाड़े की महिला संन्यासी दिव्या गिरी ने इस गाइडलाइन का समर्थन करते हुए कहा है कि महिला संन्यासियों के अखाड़ों में भी यही व्यवस्था लागू की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि अखाड़े के बाहर एक महिला संत तैनात रहेंगी, जो माथे पर तिलक लगाकर ही लोगों को प्रवेश देंगी.
सनातन धर्म की पवित्रता के लिए उठाया गया यह कदम
नागा संन्यासियों ने स्पष्ट किया है कि भारतीय संस्कृति और संगम नगरी की पवित्रता को बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनके अखाड़े और इससे जुड़े संत पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे. अगर कोई भी व्यक्ति हमारी संस्कृति के साथ खिलवाड़ करता है या मेला क्षेत्र में प्रवेश करता है तो उसे पकड़ कर सख्त सजा दी जाएगी.
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संन्यासियों का कहना है कि वह लोग खुद इस मुद्दे पर कार्रवाई करने में सक्षम हैं. बात दें कि इससे पहले भी अखाड़ा परिषद ने गैर सनातनियों का महाकुंभ में प्रवेश वर्जित करने की घोषणा की थी. जिसको लेकर अब नागा संन्यासियों ने भी इसका समर्थन किया है और इसे लागू करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं.