अयोध्या; आज सोमवार से रामलला के दरबार में 10 नए पुजारी शामिल किए गए हैं. जो रामलला का पूजन-अर्चन करेंगे. कई शिफ्टों में इन पुजारियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी. हर महीने इनकी ड्यूटी परिवर्तित भी की जाएगी. ड्यूटी प्रतिपदा से शुरू होकर अमावस्या और फिर शुक्ल पक्ष में प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक चलेगी. रामलला दरबार में अब मुख्य पुजारी समेत कुल पुजारियों की संख्या 15 हो गई है.
बता दें कि पुजारियों के लिए कुछ नियम भी निर्धारित किए गए हैं. नियमों का पालन करना अति आवश्यक है. गर्भगृह में ड्यूटी करने वाले पुजारियों को बाहरी व्यक्तियों को स्पर्श करने या फिर शौच आदि जाने पर बिना स्नान के गर्भगृह में प्रवेश वर्जित रहेगा.
पूजन-अर्चन के लिए पहली पाली की शुरुआत सुबह 4 बजे से होगी. यह दोपहर 12.30 बजे तक भगवान की राजभोग आरती तक जारी रहेगी. इसमें 4 पुजारी, जिसमें तीन वरिष्ठ सहायक संतोष त्रिपाठी के साथ प्रदीप दास और अशोक उपाध्याय के अलावा एक नए पुजारी आशुतोष त्रिपाठी की ड्यूटी लगाई गई है.
तीन नए पुजारियों में से 2 रोहित तिवारी व राहुल पांडेय सुबह 4 से 7 बजे तक गर्भगृह व इसके बाद सुबह 7 से दोपहर 12.30 बजे तक गर्भगृह के बाहर ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. बाहर ड्यूटी के दौरान ये दोनों पुजारी हनुमान मंदिर व कुबेर टीला में सुबह 7 बजे से 8.30 बजे तक पूजन करेंगे. इसके बाद सुबह 11 बजे राजभोग आरती कर वापस राम मंदिर में आकर 12.30 बजे तक ड्यूटी करेंगे. वहीं 4.30 से 6 बजे तक का समय आराम करने के लिए रखा गया है.
जिसके बाद दूसरी पाली दोपहर 12.30 बजे से प्रारंभ होकर शाम 4.30 बजे तक चलेगी. जिसके बाद फिर से 6.30 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक जारी रहेगी. इस पाली के प्रमुख प्रेमकुमार त्रिपाठी होंगे. उनके साथ नए पुजारी अनिल शुक्ला गर्भगृह में मौजूद रहेंगे. इनके सहयोग में 2 नए पुजारी अंकित मिश्र व शिवेश पांडेय शाम 4.30 से रात 10.30 बजे तक गर्भगृह में उपस्थित रहेंगे.
इसके अलावा प्रद्युम्न कुमार व अनुभव तिवारी दोपहर 12.30 बजे से रात 10.30 तक बाहर ड्यूटी पर रहेंगे. दोनों पुजारियों को इस दौरान सुबह 7.30 से रात 8.30 बजे के बीच हनुमान मंदिर व कुबेर टीला में पूजन व शयन आरती करेंगे. वहीं सत्य मिश्र दोपहर 2.30 से रात 10.30 बजे तक मंदिर के बाहर ड्यूटी करेंगे.