नई दिल्ली- संभल की जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर हुई हिंसा और जारी विवाद अभी थमा नहीं है. इस मामले में मंगलवार को संसद में एक बार फिर जोरदार हंगामा हुआ. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले में उत्तर-प्रदेश की योगी सरकार को घेरा है. उन्होंने आरोप लगाया है कि इस सरकार में अधिकारी अपनी मनमानी करते हुए नजर आ रहे हैं. साथ ही, सपा के सांसद राम गोपाल ने कोर्ट से मांग करते हुए कहा कि ‘इस तरह के सर्वे का आदेश देने वाले न्यायाधीशों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए’.
समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने बयान में कहा- ‘जिस दिन संसद का सत्र शुरू हुआ था, उसी दिन हमारी पार्टी ने संभल हिंसा पर चर्चे की मांग की थी. लेकिन सदन नहीं चला. हमारी मांग अभी भी वही है की सदन में संभल को लेकर चर्चा हो. हम इस हिंसा को लेकेर अपनी बात रखना चाहते हैं. इस सरकार में अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं, जैसे वो ही भाजपा के कार्यकर्ता हों. प्रशासन का ये व्यवहार कभी देखने को नहीं मिला है. संभल की ये घटना भाजपा की सोची- समझी रणनीति है. जो लोग जगह- जगह खुदाई करने चाहते हैं. वो लोग एक दिन देश का सौहार्द भी खो देंगे.’
#WATCH | Delhi | Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav says, “Since the day when the parliamnet session began, Samajwadi Party has tried to raise the issue of the Sambhal incident. The House didn’t function, but our demand is still the same – we want to put our views on the… pic.twitter.com/AEM7LOyPGx
— ANI (@ANI) December 3, 2024
क्या है पूरा मामला?
संभल में हिंदू का दावा है कि जामा मस्जिद पहले हरिहर मंदिर हुआ करता था. लेकिन मुगल आक्रांत बाबर ने इसे तोड़कर जामा मस्जिद में परिवर्तित कर दिया था. इसी को लेकर हिंदू पक्ष ने संभल की एक अदालत में अर्जी डाली थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सर्वेक्षण के आदेश दिए थे. जब एएसआई की टीम वहां सर्वेक्षण करने पहुंची तो अफवाह फैली कि मस्जिद की खुदाई हो रही है. इसी बीच बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए. लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव किया, जमकर तोड़फोड़ के साथ आगजनी भी की. इस दौरान दंगाइयों ने अवैध असलहों से फायरिंग भी की जिममें 4 लोगों की मौत हो गई थी.
उल्लेखनीय है कि कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दिया था न कि खुदाई का, लेकिन इसको लेकर सियासत जारी है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खुदाई शब्द का प्रयोग कर प्रदेश के राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया.
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