नई दिल्ली: भारतीय संविधान स्वीकर किए जाने के 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं. आज से 75 साल पहले यानी 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान को स्वीकार किया था, जिसके के बाद 26 जनवरी 1950 को भारत में संविधान लागू हुआ. मोदी सरकार बनने के बाद सन 2015 से हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है. आज मंगलवार को इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद भवन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ-साथ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे. साथ ही सभी दलों के सांसद भी केंद्रीय कक्ष में मौजूद रहेंगे व संविधान निर्माताओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे. साथ ही पीएम मोदी सुप्रीम कोर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे.
इस कार्यक्रम में एक विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया जाएगा. साथ ही लोगों को संविधान से जोड़ने के लिए एक वेबसाइट constitution75.com को भी लॉन्च किया जाएगा. यहां लोग संविधान से संबंधित जानकारी और संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं. इसके साथ देशभर के स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ भी होगा. जिससे छात्रों और युवाओं को संविधान के प्रति जागरूक किया जा सके.
9 दिसंबर 1946 हुई पहली संविधान सभा बैठक
देश में पहली संविधान सभा की बैठक 9 दिसंबर 1946 को नई दिल्ली के पुराने संसद भवन स्थित केंद्रीय कक्ष में हुई. आज आयोजित कार्यक्रम उस ऐतिहासिक क्षण की याद दिलाई, जब भारतीय संविधान की नींव रखी गई थी. इसको लेकर मोदी सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं. संसद भवन के साथ-साथ देश के सभी राज्यों की राजधानियों और विभिन्न स्थानों पर संविधान दिवस को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.