लखनऊ; यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उप चुनाव को लेकर आज बुधवार को मतदान जारी है. लेकिन इसी बीच सपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने 7 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है. जिन पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है, उममें से
मुरादाबाद के तीन, मुजफ्फरनगर के दो और कानपुर के दो पुलिसकर्मी शामिल हैं.
मतदाताओं के पहचान पत्र चेक करने पर कार्रवाई
चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार, इन पुलिस अधिकारियों पर आरोप था कि वे मतदान करने जा रहे मतदाताओं के वोटर कार्ड चेक कर रहे थे. आयोग ने पहले ही आदेश जारी किया था कि केवल मतदान टीम और पोलिंग एजेंट्स को मतदाताओं के पहचान पत्र चेक करने का अधिकार है, यह पुलिस का यह काम नहीं है.
कानपुर के सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में इस मामले से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पुलिसकर्मी मतदाताओं के पहचान पत्र चेक कर उन्हें वापस भेज रहे थे. इसके बाद, आयोग ने तुरंत प्रभाव से सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह और राकेश कुमार नादर को निलंबित कर दिया.
निलंबित पुलिसकर्मियों से हो रही पूछताछ
सस्पेंड किए गए दोनों पुलिस अधिकारियों से अब पूछताछ की जा रही है. चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस का काम केवल सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना है, न कि मतदान प्रक्रिया में हस्तक्षेप करना. मतदान के दौरान मतदाताओं की पहचान पत्र जांचने का अधिकार चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए अधिकारियों का होता है.
सपा की शिकायत पर चुनाव आयोग ने की कार्रवाई
समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ समुदायों को मतदान से रोके जाने की शिकायत की थी, जिस पर चुनाव आयोग ने त्वरित कार्रवाई की. आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) और रिटर्निंग अधिकारियों (आरओ) को इस मामले में पहले ही सख्त निर्देश जारी कर दिए थे.
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सात अधिकारियों पर की गई कार्रवाई
गड़बड़ी के चलते चुनाव आयोग ने यूपी के सात पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की है. इनमें मुरादाबाद के कुंदरकी चुनाव में तैनात दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है. इसके अलावा, मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में भी चुनाव आयोग ने दो अधिकारियों पर कार्रवाई की है. मुरादाबाद के एक पुलिस अधिकारी को चुनावी ड्यूटी से हटा दिया गया है.