प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने प्रदर्शनकारी छात्रों की बात मानते हुए आगामी पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2024 को एक ही दिन में आयोजित किए जाने का निर्णय लिया गया है. यह फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर लिया गया, जिसने 4 दिनों से प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई. इस निर्णय से लाखों प्रतियोगी छात्रों को बड़ी राहत मिली है, जो परीक्षा के एकाधिक शिफ्टों में होने पर असुविधा महसूस कर रहे थे.
UPPSC ब्रेकिंग
मुख्यमंत्री योगी की पहल पर UPPSC ने लिया बड़ा निर्णय
CM ने आयोग को छात्रों के साथ संवाद और समन्वय बनाकर आवश्यक निर्णय लेने को कहा
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 को एक दिवस में कराए जाने का निर्णय
आरओ/एआरओ(प्रा.)परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा समिति का गठन pic.twitter.com/zYfqUP1g3g
— LIVE_UPToday (@LIVEUPToday) November 14, 2024
हाल ही में पीसीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर छात्रों में असंतोष था. छात्रों का कहना था कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक दिन में आयोजित किया जाए, न कि कई शिफ्टों में. इसके चलते छात्र पिछले चार दिनों से प्रदर्शन आयोग के सामने प्रदर्शन कर रहे थे. प्रयागराज से चली प्रदर्शन की लहर लखनऊ तक फैल चुकी थी. छात्र बुधवार को लोकसेवा आयोग के बाहर डफली लेकर पहुंचे थे जिसके बाद गुरुवार को विरोध प्रदर्शन में तेजी आई.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों की मांग पर संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों से संवाद करें और उनकी मांगों पर विचार करें. इसके बाद आयोग ने पीसीएस परीक्षा को एक ही दिन में आयोजित करने का निर्णय लिया, जो छात्रों के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है.
आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए गठित की समिति
हालांकि, यूपीपीएससी की समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा 2023 को लेकर छात्रों की चिंता बनी हुई है. इसके लिए आयोग ने एक समिति का गठन किया है, जो परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए गहन अध्ययन करेगी. समिति की रिपोर्ट के बाद इस परीक्षा को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. छात्र इस परीक्षा को भी एक ही दिन में आयोजित किए जाने की मांग कर रहे हैं.
पुलिस और छात्रों के बीच झड़प
आज गुरुवार को भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार चौथे दिन भी जारी रहा. गुरुवार की सुबह, जब छात्र लोकसेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, पुलिस ने कुछ छात्र नेताओं को हिरासत में लिया. पुलिस और छात्रों के बीच इस दौरान नोकझोंक और खींचतान हुई, लेकिन डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने कहा कि केवल 4 अराजक तत्वों को हिरासत में लिया गया है.
शुचिता और पारदर्शिता पर जोर
आयोग के सचिव ने बताया कि हाल के दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने चयन परीक्षाओं की पारदर्शिता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है. इस निर्णय के बाद, जहां एक ओर पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक ही दिन में आयोजित किया जाएगा, वहीं आरओ/एआरओ परीक्षा की शुचिता को सुनिश्चित करने के लिए समिति की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
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छात्रों के बीच खुशी की लहर
इस फैसले से छात्रों में खुशी की लहर है, क्योंकि उन्हें अब परीक्षा के आयोजन में पारदर्शिता और निष्पक्षता का भरोसा है. इसके साथ ही, छात्रों को उम्मीद है कि आगे आने वाली परीक्षाएं भी इसी तरह से सुचारू और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएंगी.