उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के दफ्तर के बाहर पिछले चार दिनों से धरना दे रहे छात्रों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है. छात्रों का कहना है कि UPPSC द्वारा UP PCS और RO/ARO परीक्षा के लिए एक दिन में दो शिफ्ट परीक्षा आयोजित करने का निर्णय गलत है. छात्रों की मांग है कि परीक्षा ‘वन डे, वन शिफ्ट’ के तरीके से आयोजित की जाए, ताकि उन्हें तैयारी के लिए अधिक समय मिल सके. हालांकि, आयोग ने अब तक उनकी मांग पर कोई निर्णय नहीं लिया है.
गुरुवार को पुलिस ने धरने पर बैठे कुछ छात्रों को हिरासत में लिया, जिसके बाद छात्रों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस ने अराजकता फैलाने के आरोप में छात्रों को गिरफ्तार किया और कहा कि ये कार्रवाई उन अराजक तत्वों के खिलाफ की गई है, जो छात्रों को प्रशासन से बातचीत करने से रोक रहे थे.
पुलिस ने बताया कि मंगलवार को 12 छात्रों के खिलाफ होर्डिंग तोड़ने के आरोप में केस दर्ज किया गया था और तीन छात्रों राघवेंद्र यादव, अभिषेक शुक्ला और शशांक—को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए राघवेंद्र यादव को समाजवादी छात्र सभा का राष्ट्रीय महासचिव बताया जा रहा है. पुलिस का आरोप है कि ये छात्र नेता धरने को अराजकता की ओर उकसा रहे थे, जिससे उन्हें गिरफ्तार किया गया.
खबरें यह भी आ रही हैं कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव जल्द ही प्रयागराज पहुंचकर प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात कर सकते हैं और उनके आंदोलन का समर्थन कर सकते हैं. छात्र 11 नवंबर से लगातार धरने पर हैं और उनकी मांगें अभी भी पूरी नहीं हुई हैं. प्रशासन ने छात्रों से बातचीत के प्रयास किए हैं, लेकिन अभी तक कोई बात नहीं बन पाई है. फिलहाल पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है.