लखनऊ: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) ‘प्री’ और समीक्षा अधिकारी (आरओ), सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की परीक्षा को लेकर छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन इसका सियासी लाभ लेने के लिए सपा आतुर दिखाई दे रही है. इसको लेकर पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोला था, अब योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने सपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन की सूत्रधार सपा है.
मीडिया से बात करते हुए मंत्री ओपी राजभर ने कहा कि इस आंदोलन के सूत्रधार समाजवादी पार्टी के लोग हैं. आप इलाहाबाद का वीडियो देखिए, जहां लाल गमछा पहने हुए लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलन करने वाले छात्रों के पास पैसा इकट्ठा करने का सामर्थ्य नहीं है, फिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति फॉर्चूनर कार में कैसे घूम रहा है? ये क्या ड्रामा किया जा रहा है? मंत्री ने आंदोलन के पीछे राजनीतिक साजिश का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि इन प्रदर्शनकारियों को कैसे इस प्रकार की संसाधनों की उपलब्धता हो रही है.
पुलिस और छात्रों के बीच टकराव
प्रदर्शनकारी छात्रों की संख्या को देखते हुए आयोग के गेट नंबर दो पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. छात्रों ने बैरिकेड्स को पार करते हुए गेट के पास पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद पुलिस को मजबूरी में उन्हें खदेड़ना पड़ा. लेकिन कुछ देर बाद प्रदर्शनकारी छात्र फिर से एकत्र हो गए और रात तक धरना जारी रखा.
UPPSC परीक्षा को लेकर छात्रों का विरोध अब राजनीतिक रंग ले चुका है। जहां मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने इसे समाजवादी पार्टी की साजिश बताया, वहीं अखिलेश यादव ने भाजपा पर छात्रों के खिलाफ हिंसा करने का आरोप लगाया. इस आंदोलन में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब यह दिलचस्प हो गया है कि इस विवाद को राज्य सरकार कैसे सुलझती है.