गोंडा: UP ATS ने गोंडा जिले में बिना मान्यता संचालित मदरसों पर ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की है, जिसके बाद मदरसा संचालकों में हड़कंप मच गया है. UP ATS की यह कार्रवाई गुरुवार को शुरू हुई जो दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रही, जिसमें मदरसों के संचालन और उनके वित्तीय स्रोतों की गहन जांच की जा रही है. खबर है कि इस दौरान कई मदरसा संचालक गेट पर ताला लगकार फरार हो गए.
गोंडा के धानेपुर क्षेत्र के विभिन्न मदरसों और मकतबों में चल रही छापेमारी में ATS ने मदरसा संचालकों से उनके भूमि और संचालन से जुड़े दस्तावेज़ मांगे हैं. ATS टीम ने इन मदरसों का बारीकी से निरीक्षण किया और संचालकों से पूछा कि इन मदरसों के संचालन के लिए फंडिंग कहां से आ रही है, क्या किसी विदेशी एजेंसी से धन मिल रहा है?
मदरसा संचालकों से गहन पूछताछ; विदेशी फंडिंग की आशंका
स्थानीय अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र के अनुसार, जिले में कुल 19 बिना मान्यता के मदरसे और 286 मकतब चलाए जा रहे हैं. ATS को यह संदेह है कि नेपाल सीमा के निकट स्थित कुछ मदरसों में विदेशी फंडिंग हो सकती है. इसके मद्देनजर ATS की जांच की दिशा मुख्य रूप से यह पता लगाने पर है कि मदरसों के लिए धन कहां से आ रहा है और इसमें विदेशी एजेंसियों का कोई हाथ तो नहीं है.
ATS ने शिक्षकों के वेतन का सोर्स भी पूछा
धानेपुर थानाध्यक्ष सुनील सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ATS ने इस दौरान करीब 6 मदरसों की जांच की है, जिसमें संचालन से संबंधित सभी कागजात की मांग की गई. ATS के अधिकारी मदरसों के संचालकों से यह भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि वहां काम करने वाले शिक्षक और अन्य कर्मी कहां से हैं और उनका वेतन किस सोर्स से दिया जा रहा है. इसके साथ ही यह भी जांचा जा रहा है कि वहां पढ़ने वाले बच्चे कहां के निवासी हैं और उन्हें कहां रखा गया है.
स्थानीय पुलिस के सहयोग से जांच में दिखी तेजी
ATS की जांच में स्थानीय पुलिस भी पूरी तरह से सहयोग कर रही है. पिछले दो दिनों से ATS की गतिविधियों से मदरसा संचालकों में अफरा-तफरी का माहौल है और उम्मीद जताई जा रही है कि जांच पूरी होने के बाद बड़ी कार्रवाई हो सकती है. ATS की टीम ने क्षेत्र के विभिन्न गांवों जैसे श्रीनगर, उज्जैनी कला, साबलपुरवा, पठान पुरवा, शेख पुरवा और डबरी कला में जाकर मदरसों की जांच की.
फिलहाल ATS ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार कई और मदरसों की गहन जांच की जा सकती है.