लाहौर: जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख और अलगाववादी नेता यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने अपने पति के जेल में बंद होने का मुद्दा संसद में उठाने की अपील की है. मुशाल ने राहुल गांधी को लिखे गए पत्र में दावा किया है कि यासीन मलिक जम्मू कश्मीर में वास्तविक शांति के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं. लेकिन उनका जेल में रहना इस प्रक्रिया में रुकावट डाल रहा है.
पत्र में मुशाल ने मलिक के खिलाफ चल रहे तीन दशक पुराने राजद्रोह मामले और NIA द्वारा मौत की सजा की मांग का उल्लेख किया. 2017 में इस मामले में NAI ने यासीन मलिक सहित कई लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था. 2022 में ट्रॉयल कोर्ट ने मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई. इस दौरान मलिक ने खुद अपनी कानूनी दलीलें दिल्ली हाईकोर्ट में पेश की हैं.
मुशाल ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार 2019 से उनके पति को अकल्पनीय तरीकों से प्रताड़ित कर रही है और अब एनआईए ने उनके खिलाफ फर्जी मामलों में फांसी की सजा की मांग की है. मुशाल हुसैन ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि यासीन मलिक, जो अपने जीवन को अहिंसा की राह पर समर्पित कर चुके हैं, फिलहाल तिहाड़ जेल में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. मुशाल ने चेतावनी दी कि यह भूख हड़ताल उनके पति के स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन सकती है.
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मुशाल ने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वह संसद में यासीन मलिक के मामले पर चर्चा करें. ताकि जम्मू कश्मीर में शांति कायम करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए जा सकें. हालांकि, इस पत्र को लेकर अभी कर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.