Lucknow; यूपी में इन दिनों पोस्टर पॉलिटिक्स अपने चरम पर है. हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था. जिसके बाद महाराष्ट्र में सीएम योगी के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे. यहीं से पोस्टर वाली राजनीति का आगाज हुआ था. लेकिन अब यह पोस्टर वार गैस सिलेंडर तक आ पहुंचा है. सपा और कांग्रेस पार्टी के नेता अपने शीर्ष नेतृत्व को खुश करने के लिए, तरह-तरह के पोस्टर लगा रहे हैं. जो चर्चा का विषय बने हुए हैं.
लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय के बाहर पार्टी के नेता व प्रवक्ता अभिषेक बाजपेई ने एक पोस्टर लगाया है, इस पर लिखा है ‘पीडीए की होगी जीत, एकता की होगी जीत. गंगा-जमुना तहजीब को न बंटने देंगे, न समाज की एकता को कटने देंगे. सपा नेता द्वारा लगाया गया यह पोस्टर खूब सुर्खियों में है.
दूसरी ओर कांग्रेस नेता अजीत कुमार मौर्य ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव की फोटो के साथ एक पोस्टर लगाया है. जिस पर लिखा है कि ‘न बंटेंगे, न कटेंगे, एक हैं और एक रहेंगे. बंटेंगे तो गैस सिलेंडर 1200 रुपये में मिलेगा, एक होंगे तो 400 रुपये में मिलेगा.’
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उपचुनाव के चलते यूपी में जारी है पोस्टर वार
यूपी में 20 नवंबर को 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इसी को देखते हुए प्रदेश में सियासी पारा हाई है. उपचुनाव को देखते हुए सपा और भाजपा नेताओं द्वारा लगातार पोस्ट लगवाए जा रहे हैं, जो चर्चा का विषय बने हुए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ जहां अपने प्रचार में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दे रहे हैं. वहीं सपा और कांग्रेस अब अपने-अपने तरीके से चुनावी माहौल को बदलने के प्रयास में जुटी हुई है. नए-नए नारों के जरिए सपा-कांग्रेस भाजपा के हिन्दुत्व वाले एजेंडे को पीडीए फॉर्मूला के जरिए काटना चाहती है.