प्रयागराज; महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए योगी सरकार ने इस बार जबरदस्त तैयारियां की है. इसमें विभिन्न फोर्सेज को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें घुड़सवार पुलिस भी शामिल है. महाकुंभ मेले के दौरान घुड़सवार पुलिस कर्मी हर समय मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगे और पेट्रोलिंग करते रहेंगे.
बता दें कि इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा. साथ ही इस बार 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के प्रयागराज आने की सम्भावना भी है. 13 जनवरी से 26 फरवरी तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने पहुंचेंगे. विशेषकर प्रमुख स्नान की तिथियों पर एक समय में करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और संगम के घाट पर उपस्थित रहेंगे. किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने जोरदार तैयारी की हुई है और एक व्यापक कार्ययोजना बनाई है.
मेला सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार प्रदेश की विभिन्न पुलिस लाइन्स में घुड़सवार पुलिस कर्मियों की ट्रेनिंग कराई गई है. इस बार महाकुंभ में 180 घुड़सवार पुलिसकर्मी भीड़ नियंत्रण को लेकर तैनात किए जाएंगे. एक अधिकारी के अनुसार यह घुड़सवार कर्मी पैदल सुरक्षा कर रहे पुलिसकर्मियों से ज्यादा कारगर साबित होते हैं.
खासकर घोड़े पर बैठा पुलिस का जवान ऊंचाई पर रहने के कारण अधिक दूरी तक नजर बनाए रखने में सक्षम होता है. किसी भी संदिग्ध परिस्थिति को देखते ही वह न सिर्फ खुद बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों को मैसेज भेजकर स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए नियत स्थान पर पहुंच सकता है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घुड़सवार पुलिस के जवान का एक मनोवैज्ञानिक असर भी भीड़ पर होता है. कम बल लगाकर ही वे अधिक भीड़ को नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं. महाकुम्भ में तैनात होने वाले घोड़े का नामकरण भी किया गया है. इन्हें महाराजा, चेतन, बाहुबली जैसे नाम दिए गए हैं. सभी प्रशिक्षित घुड़सवार जवानों को मेला प्रारम्भ होने से पहले पूरे क्षेत्र का भ्रमण कराया जाएगा, ताकि उन्हें क्षेत्र की विस्तार से जानकारी हो जाए.