मेरठ- जैसे- जैसे त्योहार नजदीक आने लगते हैं, वैसे ही महिलाओं की डिमांड मेहंदी लगवाने के लिए बढ़ने लगती है. ऐसे में शहर के विभिन्न मंदिरों में पोस्टर लगाकर बताया जा रहा है कि “हिंदुओं के पावन त्योहार पर मेहंदी पहचान देखकर ही लगवाएं और बहन- बेटियों को बचाएं”. ये निवेदन किया है अखिल भारतीय श्रीपंच निर्माेही अखाड़ा के महामंडलेश्वर महेंद्रदास महाराज जी ने. उन्होंने कहा हाइवे के होटलों पर प्रदेश की सरकार ने पहचान के लिए होटल के मालिक और कर्मचारियों को निर्देश दिए ही हैं.
महामंडलेश्वर महेंद्र दास ने बताया कि शनि मंदिर वेस्ट एंड रोड पर पोस्टर लगा दिए गए हैं. उन्होंने ने ये भी कहा कि करवाचौथ और अन्य त्योहारों के पहले मेहंदी लगाने वालों को भी अपने नाम का बैच बनवाना चाहिए और उसे लगाकर ही मेहंदी लगानी चाहिए. वहीं इसी के साथ सदर बाजार काली माई मंदिर के मुख्य पुजारी निशांत बैनर्जी ने कहा कि मंदिर में आने वाले हर भक्त को जागरूक किया जा रहा है कि मेहंदी लगवाने से पहले उसकी पहचान जरूर जान लें. हर मंदिर में बैनर लगाए जा रहे हैं और सभी को जागरूक भी किया जा रहा है.
इसी के साथ छावनी रामलीला कमेटी के अध्यक्ष नितिन बालाजी ने बताया कि रामलीला मैदान में एंट्री के लिए भी जागरूकता बैनर लगा दिए गए हैं. वहीं वर्तमान के समय को देखते हुए खाने-पीने की दुकानों पर भी नेम प्लेट लगाई गई है. इसी तरह मेहंदी की दुकानों सहित ब्यूटी पार्लर पर भी नाम अंकित होने चाहिए.
विश्व हिंदू परिषद विभाग मंत्री निमेश वशिष्ठ ने बताया कि त्योहारों से पूर्व पूरे शहर विहिप और दुर्गावाहिनी के द्वारा अभियान के चलते ब्यूटी पार्लर संचालकों के साथ महिलाओं को भी जागरूक किया जाएगा. मुजफ्फरनगर की तर्ज पर शहर में दुर्गवाहिनी की बहनें पाँच जगह स्टॉल लगाकर शहर की महिलाओं को मेहंदी लगाएंगी.
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