गाजियाबाद: एक तरफ जहां डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के बयान को लेकर विवाद जारी है, वहीं इसी बीच मंदिर में तीन मुस्लिम व्यक्तियों को हिंदू नामों के साथ पहचान छिपाकर प्रवेश करने की कोशिश में गिरफ्तार किया गया है. इन तीनों का कहना है कि वे रामलीला मंचन में भाग लेते हैं और उनके परिवार में हिंदू नाम रखने की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है. पकड़े गए आरोपियों में राहुल, नानक, और वजीर खां नाम के आरोपी शामिल हैं. मंदिर परिसर में सुरक्षा जांच के दौरान वजीर खां के आधार कार्ड पर संदेह हुआ, जिसके बाद पुलिस ने पूछताछ की. जांच में पता चला कि राहुल और नानक भी मुस्लिम हैं. मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने मंदिर परिसर में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाई हुई है चूंकि पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस ने जब मथुरा में उनके परिवार की जानकारी जुटाई, जिससे खुलासा हुआ कि उनके परिवार के सभी सदस्यों ने हिंदू नाम रखे हुए हैं.
कैसे हुआ घटना का खुलासा ?
घटना बीते गुरुवार रात की है जब रामलीला मंचन के लिए डासना देवी मंदिर में मथुरा से एक मंडली आई थी. मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से हर किसी की चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान मथुरा के रहने वाले राहुल, नानक और वजीर खां नाम के तीन व्यक्तियों ने मंदिर में प्रवेश की कोशिश की. इन तीनों के आधार कार्ड पर हिंदू नाम दर्ज थे, जिससे शुरू में पुलिस को शक नहीं हुआ. लेकिन जब वजीर खां के आधार कार्ड की जांच की गई तो पुलिस को संदेह हुआ और उनसे पूछताछ शुरू की गई.
राहुल और नानक के मुस्लिम होने का हुआ खुलासा
पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि राहुल और नानक भी मुस्लिम हैं, और उन्होंने पहचान छिपाकर मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने कहा कि उनके परिवार में पहले से ही हिंदू नाम रखने की परंपरा है. उनके पिता और दादा भी रामलीला मंचन में भाग लेते थे और इसी कारण उन्होंने अपने नाम हिंदू रखे थे. पुलिस जांच में पता चला कि राहुल और नानक रामलीला में सीता और लक्ष्मण का किरदार निभाते थे, जबकि वजीर खां तबला वादन का काम करता था. इन तीनों ने बताया कि वे पहले भी कई बार रामलीला में भाग ले चुके हैं और इसी तरह से मंदिरों में प्रवेश करते थे.
गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी हिंदू आईडी और आधार कार्ड के साथ डासना देवी मंदिर में रामलीला कार्यक्रम में घुसपैठ करने के आरोप में 3 मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया है।
वे प्रदर्शन टीम का हिस्सा थे, जिन्हें मंदिर के अधिकारियों और वैशाली सेक्टर 3 पुलिस ने पकड़ा। pic.twitter.com/cRLDAD4YX3
— डॉ गुड्डू श्रीवास्तव (@guddu_dr) October 3, 2024
मंदिर में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक है
डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने पहले से ही मंदिर में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है. इस मंदिर में पहले भी मुस्लिम युवकों के प्रवेश के मामले सामने आ चुके हैं और इसे लेकर महंत को पुलिस सुरक्षा भी प्रदान की गई है. मथुरा से रामलीला के कलाकार पिछले तीन साल से इस मंदिर में रामलीला मंचन के लिए बुलाए जाते हैं. पुलिस ने बताया कि मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है और 24 घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है.
जांच में हुआ खुलासा; राहुल और नानक के परिजनों के मुस्लिम होने के बावजूब हिंदू नाम
घटना के बाद एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच के नेतृत्व में जांच की जा रही है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि यह मामला धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है और इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. इसके साथ ही पुलिस ने मथुरा जाकर उनके परिवार की भी जांच की, जहां पता चला कि राहुल और नानक के परिवार के अन्य सदस्यों ने भी हिंदू नाम रखे हुए हैं, जबकि वो मुस्लिम हैं.
महंत यति नरसिंहानंद ने इसे साजिश करार दिया
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है और मंदिर में सुरक्षा और कड़ी करने की बात कही है। इस घटना के बाद मंदिर प्रशासन और स्थानीय लोगों में नाराजगी है। मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने इसे साजिश करार दिया है और कहा कि यह हिंदू धर्मस्थलों को बदनाम करने की कोशिश है.
महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में विरोध प्रदर्शन
गाजियाबाद के ग्राम मसूरी में सर्व समाज संगठन के बैनर तले महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ थाना मसूरी में ज्ञापन दिया गया है. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ग्राम ढबारसी में भीड़ ने नारेबाजी की और मानत का पुतला दहन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए. शनिवार को डासना स्थित मखदूम शाह बाबा की मजार पर भारी भीड़ जुटने की संभावना है, जो बाद में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ेगी. संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि यति नरसिंहानंद ने पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब की तौहीन की है, जिससे मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है.
मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ी, धारा 163 लागू
राष्ट्रीय अध्यक्ष जावेद अब्बासी ने कहा कि एक वायरल वीडियो में महंत ने विवादास्पद बयान दिए, जिससे समाज में अशांति फैलने का खतरा है. वहीं, बीते दिन डासना देवी मंदिर पर भी एक समुदाय के लोग विरोध करने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया. मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और धारा 163 लागू कर दी गई है. बुलंदशहर में भी यति नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया। प्रशासन ने कस्बे में धारा 144 लागू कर दी है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी