इजरायल के हमले में मारा गया हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह को आज शु्क्रवार दफना दिया गया. इजरायल के हमलों की डर से उसे किसी गुप्त स्थान पर दफनाया गया है. हिज्बुल्लाह को इस बात का डर था कि कहीं नसरल्लाह के जनाजे के दौरान इजरायल हमला न कर दे. इसी आशंका के चलते नसरल्लाह को सीक्रेट स्थान पर दफनाया गया है.
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, हिज्बुल्लाह ने लेबनान सरकार के माध्यम से अमेरिका से यह गारंटी लेने की कोशिश की कि इजरायल नसरल्लाह के जनाजे के दौरान कोई हमला नहीं करेगा. लेकिन बेरूत में जारी इजरायली हमलों को देखते हुए अमेरिका से किसी भी प्रकार की कोई गारंटी नहीं मिल सकी. जिसके बाद नसरल्लाह को गुप्त स्थान पर दफनाया गया.
वहीं, आज शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान लोगों को संबोधित करते हुए नसरल्लाह को लेबनान का रत्न बताया. यातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि नसरल्लाह मेरे भाई था. इस्लामिक दुनिया में उसका कद बहुत ऊंचा और बड़ा था.
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27 सितंबर को हुई थी नसरल्लाह की मौत
बेरूत स्थित एक सीक्रेट बंकर में बने हिज्बुल्लाह के कार्यालय को निशाना बनाकर इजरायल ने हमला किया था. इस हमले में हिज्बुल्लाह के कई कमांडरों के साथ-साथ नसरल्लाह की भी मौत हो गई थी. इजरायल के हमले से बंकर पूरी तरह ध्वस्त हो गया था. जिससे नीचे दबकर 64 वर्षीय नसरल्लाह की दम घुटने से मौत हो गई थी. यह दावा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि नसरल्लाह की मौत के बाद उसके शव पर घाव के निशान नहीं थे.