रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में जबरन घुसपैठ से बढ़ती गैर-हिंदुओं और रोहिंग्या मुसलमानों की तादात के विरोध में अब खुद ग्रामवासी उतर आएं हैं। यहाँ रुद्रप्रयाग जिले के कई गांवों, जिसमें न्यालसू, रविग्राम, और शेरसी में ग्रामसभाओं द्वारा लगाए गए इन साइनबोर्ड्स पर लिखा गया है कि ‘चेतावनी: गैर-हिंदुओं/रोहिंग्या मुसलमानों और फेरीवालों का गांव में घूमना और व्यापार करना वर्जित है। अगर गांव में कहीं भी ऐसा कोई मिलता है, तो दंडात्मक और कानूनी कार्यवाही की जाएगी।’
इस तरह के साइनबोर्ड्स कम से कम आधा दर्जन गांवों में लगाए गए थे। ये मामला जब पुलिस के सामने आया तो उन्होंने आनन-फानन में गांवों की एंट्री पर लगे इन साइनबोर्ड्स को हटवा दिया। साथ ही रुद्रप्रयाग पुलिस ने कहा है कि भविष्य में ऐसे कोई भी बोर्ड लगाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द को किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।
रुद्रप्रयाग जिले के पुलिस कप्तान अक्षय कोंडे का कहना है कि उत्तराखंड पुलिस की टीम ग्रामवासियों से बातचीत कर रही है।
उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग ज़िले में कई जगह इस प्रकार के पोस्टर लगाए गए, जिन्हें बाद में प्रशासन ने हटवा दिए। मगर इतना असंतोष पनपने की वजह क्या है, जिसका निराकरण स्थानीय प्रशासन नहीं कर पा रहा? pic.twitter.com/R6g3UR0ZQB
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) September 9, 2024
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बाहरी लोग, विशेष रूप से बिना पहचान पत्र या दस्तावेजों के, केदारघाटी के आसपास के गांवों में पहुंच रहे हैं और छोटे-मोटे सामान बेच रहे हैं। इनके पास किसी तरह का पहचान पत्र या कोई दस्तावेज भी नहीं होता जिसकी वजह से अनहोनी का ख़तरा बना रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रामसभाओं ने इस तरह के कदम उठाए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्राम वासियों का कहना है, पुरुषों के रोजगार और नौकरी के चलते अधिकतर समय गांव से बाहर रहने की वजह से गांव में ज्यादातर महिलाएं ही रह जाती हैं। गांव में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सभी ग्रामीण चिंतित हैं। गांव में बाहरी लोगों की आवाजाही और अनजान व्यक्तियों की बढ़ती संख्या से सुरक्षा का खतरा महसूस किया जा रहा है। गांववालों का दावा है कि हाल के महीनों में मंदिरों में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं और ग्रामीणों को संदेह है कि इन घटनाओं में बाहरी लोगों की भूमिका रही है।
उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता दिनेश भरने ने बताया कि रुद्रप्रयाग में कुछ पोस्टर लगाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने ग्रामीणों और स्थानीय लोगों के साथ संवाद कर माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने की कोशिश की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेगा, तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।