नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य के मंदिरों में तुष्टिकरण नीतियों को समाप्त करते हुए केवल हिंदुओं को ही नौकरी देने की घोषणा की है। उन्होंने मंदिरों के पुजारियों के वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की है। वहीं, ‘नाई ब्राह्मणों’ (मंदिरों में काम करने वाले नाई) के लिए भी न्यूनतम मासिक वेतन 25,000 रुपए तय किया गया है और वेद विद्या प्राप्त बेरोजगार युवाओं को 3,000 रुपए का मासिक भत्ता दिया जाएगा।
श्रीवाणी ट्रस्ट के तहत राज्य के हर मंदिर को 10 लाख रुपए
CM नायडू ने कहा कि श्रीवाणी ट्रस्ट के तहत राज्य के हर मंदिर को 10 लाख रुपए दिए जाएँगे और जरूरत पड़ने पर इस राशि में बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने राज्य भर के विभिन्न मंदिरों में काम कर रहे 1683 अर्चकों (पुजारियों) का वेतन 10,000 रुपए से बढ़ाकर 15,000 रुपए महीना करने की घोषणा की है। वहीं, छोटे मंदिरों के लिए वित्तीय सहायता भी 5,000 रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए प्रति माह कर दी गई है।
ट्रस्ट बोर्ड में ब्राह्मण और नाई ब्राह्मण की अनिवार्य भागीदारी
नायडू ने स्पष्ट किया कि मंदिरों में गैर-हिंदुओं को कोई नौकरी नहीं दी जाएगी और उन्होंने 87,000 एकड़ मंदिर भूमि को कानूनी रूप से वापस पाने का संकल्प लिया। उन्होंने ट्रस्ट बोर्ड में ब्राह्मण और नाई ब्राह्मण की अनिवार्य भागीदारी का भी ऐलान किया। बता दें कि 20 करोड़ रुपए या उससे अधिक राजस्व वाले मंदिरों के ट्रस्ट बोर्ड में 15 सदस्य होते हैं। अब यह संख्या बढ़ाकर 17 की जाएगी। एनडीए ने चुनाव से ये पहले वादा किया था।
मंदिरों की सुरक्षा के लिए एक समिति गठित करने का निर्देश
आंध्र प्रदेश के CM ने राज्य के हर मंदिर में आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने पर जोर दिया और मंदिरों की सुरक्षा के लिए एक समिति गठित करने का निर्देश दिया। नायडू ने पर्यटन, धर्मस्व और वन विभाग के अधिकारियों की एक समिति बनाने की घोषणा की, जो विशेष रूप से वन क्षेत्रों में स्थित मंदिरों के विकास की देखरेख करेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि मंदिरों और उनके आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरह से साफ-सुथरा रखा जाए ताकि वहाँ एक सकारात्मक और आध्यात्मिक वातावरण बना रहे।
हर मंदिर में आध्यात्मिकता का प्रसार होना चाहिए – CM नायडू
CMCM नायडू ने कहा, “हर मंदिर में आध्यात्मिकता का प्रसार होना चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए कि श्रद्धालु मंदिर में दोबारा लौटें, और उन्हें यह महसूस न हो कि उनसे जबरन पैसे वसूले जा रहे हैं।” उन्होंने मंदिरों की साफ-सफाई और आध्यात्मिक माहौल बनाए रखने की अहमियत पर भी जोर दिया।
रेड्डी सरकार में हुए अपराधों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी
बैठक के दौरान, नायडू ने पिछले वाई एस जगन मोहन रेड्डी सरकार के कार्यकाल में हिंदू मंदिरों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की, जिनमें मंदिर के रथ को जलाने की घटनाएं भी शामिल हैं। उन्होंने इन अपराधों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और स्पष्ट किया कि आंध्र प्रदेश में जबरन धर्म परिवर्तन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। CM नायडू ने कहा कि राज्य में मंदिरों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे, जिससे हिंदू धर्म के अनुयायियों को धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा का भरोसा मिले। उन्होंने कहा कि राज्य में जबरन धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आंध्र प्रदेश के हर मंदिर में आध्यात्मिकता को संरक्षित किया जाएगा।
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