इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को विद्रोहियों द्वारा किए गए बड़े हमलों में कम से कम 73 लोग मारे गए हैं। ये हमले हाईवे, रेलवे ब्रिज और पुलिस थाने को निशाना बनाकर किए गए, जिनमें 23 निर्दोष नागरिकों को गोलियों से भून डाला गया। सेना ने जवाबी कार्रवाई में 21 हमलावरों को मार गिराया। अधिकारियों ने नागरिकों के दावों की पुष्टि करने से इनकार कर दिया है।
वहीं, बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इन घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हुए और अधिक हमलों की धमकी दी है। विद्रोही दशकों से बलूचिस्तान के संसाधनों पर स्थानीय लोगों के अधिकार का दावा करते हुए संघीय सरकार का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने ग्वादर बंदरगाह और खनिज संपदा के विकास का भी विरोध किया है। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उन्होंने Operation Hereof के तहत पिछले 24 घंटों में 102 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है।
बुगती जनजाति के नेता की 18वीं बरसी के मौके पर हमला
यह हमले बुगती जनजाति के नेता नवाब अकबर बुगती की 18वीं बरसी के मौके पर किए गए, जिन्हें 2006 में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने मार दिया था। इस हत्या का आदेश पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने दिया था। बुगती जनजाति के नेता थे जिनकी बरसी पर बलूच विद्रोहियों ने इन हमलों को अंजाम दिया, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही हुई है।
23 पंजाबी नागरिकों को गोली मार दी
खबर है कि मूसाखेल जिले में हुए सबसे बड़े हमले में बंदूकधारियों ने बस यात्रियों को उतारकर उनकी पहचान की और 23 पंजाबी नागरिकों को गोली मार दी। इसके अलावा क्वेटा को प्रांत के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले रेलवे ब्रिज पर हमले में 6 लोगों की जान गई।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने हमलों की कड़ी निंदा करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और अपराधियों को सख्त सजा देने का वादा किया।
ऑपरेशन में बलूच आर्मी का मजीद ब्रिगेड भी शामिल – BLA
बलूचिस्तान में पाकिस्तान की पकड़ लगातार कमजोर होती जा रही है और हालात अब और गंभीर हो गए हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उन्होंने ‘ऑपरेशन हेरोफ’ शुरू कर दिया है, जिसके तहत मात्र छह घंटों के भीतर 102 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराने का दावा किया गया है। BLA के प्रवक्ता के अनुसार, इस ऑपरेशन में बलूच आर्मी का मजीद ब्रिगेड भी शामिल है, जो आत्मघाती हमलावरों का एक विशेष समूह है। इस तेजी से बदलते घटनाक्रम से स्पष्ट है कि बलूच लड़ाकों ने सूबे के अधिकांश हिस्सों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है, जिससे पाकिस्तान की स्थिति और भी कमजोर हो रही है।
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